Homeचैनपुरगला रेता हुआ शव नदी से बरामद जांच में जुटी पुलिस

गला रेता हुआ शव नदी से बरामद जांच में जुटी पुलिस

Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम उदयरामपुर के एक व्यक्ति का शव नदी से बरामद किया गया है, मृत व्यक्ति की पहचान रामविलास राजभर के 46 वर्षीय पुत्र समर राजभर के रूप में की गई है।

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मामले संबंधित मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की दोपहर स्थानीय ग्रामीणों द्वारा नदी में तैरता हुआ शव देखा गया जिसके बाद इसकी सूचना पूरे गांव में जंगल की आग की तरह फैल गई, जब घर वालों को सूचना मिली तो वह भी मौके पर पहुंचे और शव की पहचान हुई, इसके बाद इस घटना की सूचना परिजनों के द्वारा पुलिस को दी गई।

चुंगी वसूली को लेकर एजेंट ने मारा मुक्का, मौके पर ही मौत, सब्जी बेचने पहुंचे थे काको बाजार

Bihar: जहानाबाद जिले के काको थाना क्षेत्र में बुधवार को एक हैरान करने वाली घटना सामने आई। महज पांच रुपये के विवाद में 70 वर्षीय किसान मौसिन आलम की मौत हो गई। मृतक पखनपुरा गांव के निवासी थे और रोज़ाना की तरह सब्जी बेचने काको बाजार पहुंचे थे।

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पूछताछ करती पुलिस

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बाजार समिति के एजेंट विक्की पटेल ने किसान से चुंगी के रूप में 15 रुपये की मांग की। वृद्ध किसान ने 10 रुपये दिए, लेकिन शेष पांच रुपये देने से इंकार कर दिया। इसी बात पर दोनों में कहासुनी हो गई। आरोप है कि विवाद के दौरान एजेंट ने गुस्से में किसान के सीने पर जोरदार मुक्का मार दिया। किसान वहीं गिर पड़े और उनकी मौत हो गई।

घटना के बाद आरोपी फरार हो गया। स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने मृतक का शव जहानाबाद-एकंगरसराय एनएच-33 पर रखकर सड़क जाम कर दिया। करीब एक घंटे तक यातायात ठप रहा और दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।

सूचना पाकर मौके पर पहुंचे एसडीओ राजीव रंजन सिन्हा और एसडीपीओ संजीव कुमार ने लोगों को समझा-बुझाकर जाम खत्म कराया। पुलिस ने बताया कि आरोपित की पहचान कर ली गई है और उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है।

जानकारी देते हुए परिजनों के द्वारा बताया गया 8 अक्टूबर की शाम समर राजभर खेत की तरफ घूमने के लिए गए थे जिसके बाद वह वापस नहीं लौटे घर के परिजनों के द्वारा खोज बिन जा रही थी शुक्रवार की दोपहर स्थानीय ग्रामीणों के माध्यम से सूचना मिली की नदी में एक शव पड़ा है जब मौके पर परिजन पहुंचे तो समर राजभर के रूप में शव की पहचान हुई अज्ञात लोगों के द्वारा निर्ममता से गला रेतकर हत्या की गई है, जिसके बाद पुलिस को सूचना दिया गया।

बोरी में बंद महिला का शव हुआ बरामद, जाँच में जुटी पुलिस

Bihar: सारण जिले के मकेर थाना क्षेत्र से एक खबर सामने आ रहा है, जंहा रविवार की सुबह बाघाकोल पंचायत के डीही सिरोमन गांव स्थित शंकरजी स्थान के पास बांध के नीचे पानी भरे गड्ढे से बोरी में बंद एक महिला का शव बरामद किया गया है। जिसकी पहचान अभी नहीं हो सकी है। दरसल रविवार की सुबह करीब 7:00 बजे ग्रामीण शौच के लिए बांध किनारे गए थे। इसी बिच एक व्यक्ति की नजर गड्ढे में पड़े बोरी पर पड़ी। बोरा संदिग्ध लगने पर जब लोगों ने पास जाकर देखा तो उसके अंदर महिला का शव मिला।

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NS Newsजिसके बाद घटना की जानकारी मिलते ही बाघाकोल पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि व भाजपा मंडल अध्यक्ष सुमित कुमार सिंह, सरपंच हरेंद्र राय और अन्य ग्रामीण मौके पर पहुंचे एवं तत्काल इसकी जानकारी मकेर थाना पुलिस को दी। सुचना मिलते ही मकेर थानाध्यक्ष एसआई रामनिवास कुमार, पुलिस पदाधिकारी और जवानों की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए छपरा भेज दिया। थानाध्यक्ष ने बताया कि मृतका नीली टी-शर्ट और जींस पहने हुई थी। प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि महिला की हत्या कर शव को बोरे में बंद कर पानी भरे गड्ढे में फेंका गया है।

पुलिस आसपास के थानों में लापता महिलाओं की जानकारी खंगाल रही है ताकि मृतका की पहचान की जा सके।  थानाध्यक्ष पप्पू कुमार ने बताया कि शव के वस्त्र और रूप-रंग से यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि महिला संभवतः किसी आर्केस्ट्रा दल में काम करती थी। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हत्या कहां की गई और शव यहां कैसे पहुंचा। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। ग्रामीणों ने मांग की है कि घटना की पूरी जांच कर दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए।

 

वहीं इस मामले से संबंधित जानकारी लेने पर थानाध्यक्ष विजय प्रसाद के द्वारा बताया गया नदी से बरामद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भभुआ सदर अस्पताल भेजा गया था जहां से पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है, मामला हत्या का प्रतीत हो रहा है पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।

भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह ने चुनाव न लड़ने का किया ऐलान

Bihar: आरा, भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह काफी दिनों से सुर्खियों में है। बिहार चुनाव से ठीक पहले भाजपा में वापस शामिल होने के बाद से चर्चाएं तेज हो गई थी की पवन सिंह इस बार विधानसभा का चुनाव भाजपा की टिकट से लड़ सकते हैं। किन्तु उठ रहे इन तमाम अटकलों पर विराम लगा हुए पवन सिंह ने शनिवार को अपने फेसबुक और एक्स पर अपने भोजपुरीया समाज से अपील करते हुए साफ कहा है कि उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए किसी भी राजनीतिक पार्टी को ज्वाइन नहीं किया था, और न ही उनका चुनाव लड़ने का कोई इरादा है। पवन सिंह ने कहा की “मैं पार्टी का एक सच्चा सिपाही था, हूँ और आगे भी रहूंगा।” वही  उनके इस बयान के बाद समर्थकों के बीच चल रही चर्चाओं और भ्रम की स्थिति अब साफ हो गई है।

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NS Newsज्ञात हो की बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल के बीच बीते 30 सितंबर को भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह की दिल्ली में भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तथा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात हुई थी। जिसके बाद आरा से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने की चर्चाएं कभी तेज हो गई थी। वही इससे पूर्व पवन सिंह ने रालोसपा सुप्रीमो व राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा से भी दिल्ली में मुलाकात की थी।

वही इधर बिच पत्नी ज्योति सिंह से विवाद को लेकर भी पवन सिंह काफी चर्चा में है। विवाद ने जब अधिक तूल पकड़ा तब उनकी पत्नी लखनऊ स्थित उनके आवास पर गई थी। जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था। जिसके बाद से दोनों के बीच लगातार वाक्य युद्ध चल रहा है। पवन सिंह ने पत्नी पर टिकट के लिए उनके पास आने और दबाव बनाने तक का आरोप लगाया था। जिसे पत्नी ने निराधार बताया था।

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