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पुलिस टीम ने दोनों को जोगसर थाना क्षेत्र अंतर्गत खरमनचक मोहल्ला स्थित उसके आवास के पास से गिरफ्तार किया है जब दोनों अपनी सफेद रंग की लग्जरी कार से कहीं बाहर जा रहे थे। उसी दौरान पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर थाने लाई। आपको बता दें की उसी सफेद कार के आगे बिहार सरकार, वरीय उप समाहर्ता का लाल रंग का बोर्ड लगा हुआ था। उक्त मामले में पुलिस ने वाहन को भी जब्त कर लिया है। उसके विरुद्ध 28 जून 2024 को दर्ज धोखाधड़ी के एक केस में जोगसर थानाध्यक्ष कृष्ण नंदन कुमार सिंह पुलिस बल के साथ खरमनचक मोहल्ला स्थित उसके आवास पर पहुंचे थे। वही दोनों राज पांडेय और उसकी पत्नी पुष्पा पांडेय सफेद रंग की BR 01 PG 9119 नंबर की लग्जरी कार से कहीं बाहर जा रहे थे।
इसी दौरान पुलिस टीम में दोनों को धर दबोचा और थाने पर ले आई। थानाध्यक्ष ने उससे वरीय उप समाहर्ता होने की संबंधी पूछताछ की जिसपर किसी प्रकार का वैध कागजात प्रस्तुत नहीं किया और कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दिया। वाहन पर सवार राज पांडेय के दोनों पैर में प्लास्टर पाया गया। पूछने पर हड्डी टूटने और उसका इलाज कराने की बात कही गयी। जबकि अस्वस्थ होने की स्थिति में राज पांडेय और उसकी पत्नी पुष्पा पांडेय को पीआर बांड पर छोड़ दिया। जोगसर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर कृष्णनंदन कुमार सिंह ने अपने बयान पर मामले में केस दर्ज किया है। इसमें राज पांडेय के विरुद्ध पूर्व में जोगसर, नाथनगर व पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में दर्ज कांडों का भी उल्लेख किया गया है।