Bihar: बिहार सरकार के पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने किसान महापंचायत के संबोधन के दौरान इसरो इशारों में सीएम नीतीश कुमार पर हमला कर दिया उन्होंने कहा कि आज के समय में गांव और पहाड़ पर नक्सली नहीं रहते बल्कि सरकार की कुर्सी पर बैठने वाले नक्सली है जो जनता की बात नहीं सुनते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि 18 साल से सत्ता में एक ही आदमी काबिज है दल बदलते हैं दिल बदलते हैं लेकिन उनकी कुर्सी नहीं बदलती।
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दरअसल कैमूर जिले के भभुआ लिच्छवी भवन के प्रांगण में रविवार को किसान महापंचायत का आयोजन हुआ, जिसके मुख्य अतिथि किसान नेता राकेश टिकैट रहे जिनके द्वारा एक मांग पत्र भी जिला पदाधिकारी को सौंपा गया है।
मुख्य मांगों में भारत माला परियोजना एवं एनएच 219 चौसा धरौली पथ में अधिग्रहित की जा रही भूमि का मुआवजा प्रचलित बाजार मूल्य पर दिए जाने की मांग, किसानों की उपज को सहजता से बेचने के लिए मंडी कानून लागू किए जाने की मांग अधौरा प्रखंड के वनवासियों एवं निवासियों को लघु वन पदार्थ महुआ पियार, हरे, बहेड़ा आदि बेचने के अधिकार देने से संबंधित मांगे रखी गई है।
मौके पर रामगढ़ विधानसभा के विधायक सह बिहार सरकार के पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह भी मौजूद रहे जिनके द्वारा प्रशासन के ऊपर जमकर निशाना साधा गया।
पूर्व मंत्री ने कहा कैमूर जिला प्रशासन के लोग प्रत्येक वर्ष 100 करोड रुपए भ्रष्ट तरीके से कमाते हैं और घूस का कुछ परसेंट पटना भी देते होंगे ताकि उनकी जुबान बंद रहे, किसान जब अपनी बात कहते हैं तो लोग नाराज हो जाते हैं, पूर्व मंत्री ने कहा कुछ बड़े मंत्री कहते हैं कि सुधाकर सिंह का खून ठंडा हो गया, मैंने कहा मेरा खून ठंडा होता तो मैं इस्तीफा नहीं देता।
किसानों की समस्या का राजनीति से समाधान नहीं होगा स्टांप पेपर पर लिखकर ले लीजिए, किसानों को नसीहत देते हुए पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा किसानों को आगे आना होगा, लाठी डंडा से मार नहीं करना है, सर फूट जाएगा केस हो जाएगा। अधिकारियों के मुंह पर थूक दीजिए, कलेक्टर के मुंह पर सौ आदमी थूक दे तो क्या होगा कोई दफा लगेगा क्या?
फूल का माला मत पहनाइए फटा हुआ जूते की माला पहनाइए, वह पदाधिकारी खुद तबादला कराकर भाग जाएगा, सहित कई तरह की बातें पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह के द्वारा कही गई है।