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इसी उद्देश्य की पूर्ति को लेकर हम सभी यहां उपस्थित हैं। आगे उन्होंने बसपा व भाजपा के नेताओ पर निशाना साधते हुए कहा की 20 वर्ष पहले के शासन और अब के शासन में क्या अंतर है अब लोगों को समझ में आ रहा है। राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद की सरकार में कार्यकर्ता ब्लाक से लेकर जिला तक काम कराने के लिए सीना चौड़ा कर जाता था और काम एक दिन में हो जाता था। लेकिन इस सरकार में महीनों काम लटका रहता है। बगैर पैसा दिए कार्य नहीं हो पाता है। भ्रष्टाचार का बोलबाला है। किसी की सुनवाई नहीं रह गई है। अफसरशाही बढ़ गई है। जो लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। सांसद सुधाकर सिंह ने कहा जो कुछ रामगढ़ में दिख रहा है उसमें किसी दूसरे दल प्रतिनिधि का कोई सहयोग नहीं। हमने ठाना है कि यहां के लोगों की समस्या को पहले पटना में उठाते थे अब आपलोगो के आशीर्वाद से दिल्ली संसद भवन में उठाने का मौका मिला है। अभी यहां के लिए बहुत कुछ करना बाकी है।
रामगढ़ छोड़कर बसपा ने अन्य जगहों पर कई प्रत्याशी समय समय पर जिताए। लेकिन इन लोगों ने क्षेत्र को क्या दिया। विकास की बात तो कभी करते ही नहीं। जात-पात की राजनीति इनकी हमेशा से खेती के रुप में रही है। अब लोग पढ़ लिखकर शिक्षित हो गए हैं। यह सब दूर की कौड़ी हो गई है। यहां की जनता विकास के मुद्दों पर वोट करती है और आगे भी करेगी। इस दौरान जिलाध्यक्ष अकलू राम, हरिद्वार सिंह, चंद्रमोहन पाल,भोला सिंह यादव, अजित सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए। अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष रामव्यास बिंद व संचालन मुनेंद्र गुप्ता ने किया। इस दौरान गजानंद सिंह,लोकनाथ कुशवाहा, बबन लाल,दयाशंकर तिवारी, नगेंद्र यादव सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे।