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घटना के सम्बन्ध में प्राप्त जानकारी के अनुसार कामदेव मंडल शौचालय की टंकी की शटरिंग खोलने के लिए टंकी के अंदर घुसे एवं बेहोश होकर अंदर ही गिर गए, यह देख साथी साजिद बचाने के लिए टंकी के अंदर घुसा, तो वह भी बेहोश होकर गिर गया और दोनों की मौत हो गयी। दोनों के गिरने के बाद मेठ अशोक शर्मा टंकी में घुसा और वह भी बेहोश हो गया, लेकिन लोगों ने उसे खींच कर बाहर निकाल लिया। घटना के बाद अफरा-तफरी मच गयी और लोगों की भीड़ जुट गयी। घटना की सूचना पर खरीक पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से दोनों के शव को टंकी से निकाला और पोस्टमार्टम के लिए नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल भेजा।
स्थानीय लोगों के अनुसार टंकी के अंदर पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण दोनों मजदूर की दम घुटने से मौत हो गयी है। वही ग्रामीणों ने बताया कि दोनों मृतक काफी गरीब परिवार से थे। वे लोग दोनों मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा देने की मांग करते हैं। मृतक के परिजनों ने बताया कि कामदेव के पिता की मौत एक साल पहले हो गयी थी। कामदेव मजदूरी करके अपना आजीविका चलाता था। उस्मानपुर के मुखिया गणेश मंडल ने बताया कि इस संदर्भ में सीओ को सूचना दी गयी है। सीओ ने पीड़ित परिवार को सहायता राशि देने की बात कही है।