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वही कुछ ग्रामीणों का कहना है कि महिला बेटे के मोह में अंधविश्वास प्रेमवश ऐसा कह रही हैं ग्रामीणों के मुताबिक गांव के हरेंद्र महतो के 6 साल के बेटे कृष्णा की मौत हो गई थी उसके शव को भलुआ नदी में प्रवाहित कर दिया गया था बच्चे की मां सुनीता देवी के मुताबिक बेटा इसुआपुर में भटक रहा था जिसे सुनीता देवी के संबंधियों ने देख कर सूचित किया इसके बाद फेनहरा से कुछ लोग वहां पहुंचे और बच्चे को लेकर आए हैं, बच्चे की उम्र 11 साल है और वह मानसिक रूप से कमजोर है।
सुनीता देवी के पति असम में रहकर नौकरी करते हैं और उन्हें एक बेटा और बेटी पहले से ही है सुनीता देवी ने बताया कि उसने शव को प्रवाहित करने के दो माह बाद सपना देखा था कि उसका बेटा जीवित हो गया है तब से वह अपने बेटे को ढूंढ रही थी उनका दावा है कि उनके बेटे के चेहरे पर मसा था और इसके भी है उनके पुत्र के दाढ़ी के नीचे कटे का निशान था वह निशान इस बच्चे के भी है।
वही फिजिशियन का कहना है कि वह लड़का महिला का बेटा है या नहीं इसका पता केवल DNA टेस्ट से हो सकता है, लेकिन यह प्रक्रिया काफी लंबी है कटे-फटे या किसी अन्य निशान से किसी को बेटा मानना सही नहीं है हर सांप जहरीला नहीं होता सांप के काटने से बेहोशी और शॉक होने की घटनाएं होती है और कभी-कभी इंसान की धड़कन रुक जाती है ऐसा लगता है कि वह मर गया तब कुछ देर बाद चेतना में आ जाता है अगर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित नहीं किया था घर वालों ने भी इंतजार करने की जगह पानी में बहा दिया तो ऐसी घटना सामने आ सकती है हालांकि ऐसा कम ही होता है।