Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
दरसल यह मामला भागलपुर ज़िले के सनोखर थाना क्षेत्र की है, जहां के निवासी राजकुमार चौधरी पर अपनी ही शादीशुदा साली को भगाने का आरोप लगा था। भागलपुर कोर्ट में जज वीवी गुप्ता की अदालत में सुनवाई पूरी हुई। 9 महीने जेल की सजा काटने का समायोजन करते हुए जज साहब ने आरोप मुक्त कर दिया। शनिवार को राजकुमार चौधरी कोर्ट में सर्टिफिकेट लेकर पहुंचा और जज ने उसे एक साल तक पौधों की देखभाल करने का आदेश देकर बाइज्जत बरी कर दिया।
वही भागलपुर कोर्ट में जज वीवी गुप्ता के इस अनोखे जजमेंट पर भागलपुर के सीनियर वकील सत्यजीत सहाय ने ऐसे जजमेंट को सामज के लिहाज से क्रांतिकारी फैसला बताया। कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के दौर में “जल जीवन हरियाली, “एक पेड़ माँ के नाम, बेटी के जन्म पर पेड़ लगाने की परंपरा तो सुना है। लेकिन अदालत का ऐसा फैसला पर्यावरण के लिहाज़ से बाकए सराहनीय है।