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लोकतंत्र के मंदिर में खड़े होकर उन्होंने वादा किया था कि मिट्टी में मिल जाऊंगा लेकिन भाजपा के साथ नहीं जाऊंगा जबकि वर्ष 2017 में भी उन्होंने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाया था जो मुख्यमंत्री बार-बार जनादेश का अपमान करता हो वो क्या प्रधानमंत्री पद का दावेदार होगा, मुख्यमंत्री की ऐसी हरकत देखते हुए उम्मीद है कि अगले चुनाव में नीतीश कुमार के पार्टी जदयू के खाता भी नहीं खुल पाएगा आज दोनों की पार्टी एक साथ अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं को लेकर हुई है, इन लोगों के एक के बाद एक कारनामे सामने आ रहे हैं कभी शपथ के दिन कानून मंत्री का वारंट आ जाता है तो कभी मंत्रियों के परिजन सरकारी बैठक में दिख जाते हैं।
बिहार में सीटेट में बीटेक करने के बाद भी युवा सड़क पर भटक रहे हैं जबकि बिहार में लाखों की टीचर की जरूरत है आखिर वैकेंसी क्यों नहीं निकाली जाती नीतीश कुमार के कार्यकाल में शिक्षक से लेकर छात्रों तक का बुरा हाल हो गया है यह सरकार अपराधियों को संरक्षण देने वाली सरकार है डबल जंगलराज आ गई है इसके दोषी नीतीश कुमार है।
मॉडल की बात करते हैं तो चिराग मॉडल ने नीतीश मॉडल को धराशाई कर दिया है आगामी विधानसभा के चुनाव के लिए लोक जनशक्ति पार्टी अपनी तैयारी जोरों से कर रही है अगली सरकार बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट की सरकार बनेगी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पार्टी का खाता भी नहीं खुल पाएगा बिहार की यह सरकार बहुत ही जल्द गिरने वाली है 7 से 8 महीने में बिहार चुनाव की ओर अग्रसर होगा साथ ही चुनाव के वक्त या निर्णय लिया जाएगा कि लोक जनशक्ति पार्टी आर किसके साथ गठबंधन करेगी।