Home भागलपुर प्रोफेसर से ठगी करने वाला साइबर अपराधी भागलपुर से गिरफ्तार

प्रोफेसर से ठगी करने वाला साइबर अपराधी भागलपुर से गिरफ्तार

साइबर ठगी

Bihar: हरियाणा के यमुनानगर के कल्याणपुर के रहने वाले आरआइएमपी विश्वविद्यालय मंडी गोविंदगढ़ के प्रोफेसर से साइबर ठगी करते हुए एक लाख 14 हजार 46 रूपए का चूना लगाने वाले को पुलिस ने भागलपुर से गिरफ्तार कर लिया है जिसकी पहचान रोहित यादव के रूप में की गई है, प्रोफेसर आशीष ओबरॉय के अनुसार उनसे भोजन ऑर्डर देने के दौरान साइबर ठगी की गई जिसे लेकर उन्होंने यमुनानगर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

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गिरफ्तार

शुक्रवार को यमुनानगर साइबर थाने की पुलिस आरोपित को लोदीपुर से गिरफ्तार करते हुए मुख्य न्यायाधीश दंडाधिकारी के समक्ष पेश कर 5 दिन की ट्रांजिट रिमांड के लिए अर्जी दी है जिसके बाद स्वीकृत होते ही हरियाणा के टीम से लेकर रवाना हो गई, रोहित मूल रूप से मुंगेर जिले के मेहरना, धरहरा का रहने वाला है, लोदीपुर में अपनी पत्नी बंदना कुमारी के साथ कमरा लेकर रह रहा था, तकनीकी निगरानी के क्रम में उसका लोकेशन लगातार लोदीपुर में मिलने के बाद एसएसपी आनंद कुमार से संपर्क कर उसे गिरफ्तार करने में सहयोग मांगा, जिसके बाद एसएसपी के निर्देश पर लोदीपुर इंस्पेक्टर व पुलिस टीम के सहयोग से रोहित यादव की गिरफ्तारी कर ली गई।

बताते चले कि प्रोफेसर आशीष को अप्रैल 30 जुलाई 2022 को फेसबुक चलाते समय सागर रत्ना के नाम से एक पेज दिखा उसे खोला तो ऐसा गच्चा खा गए, उनके अकाउंट से एक लाख 14 हजार 46 रूपए का अपराधियों ने चुना लगा दिया,  पेज पर वेबसाइट ओपन करने पर सागर रत्ना की तरह ही दिखती थी प्रोफेसर ने कुछ खाने का ऑर्डर के लिए अपना नंबर और नाम डाला था जिसके बाद उन्हें एक नंबर पर कॉल आया और उसने कहा कि क्रेडिट कार्ड से 10 रूपए का पेमेंट करे जिस पर प्रोफेसर ने अपने क्रेडिट कार्ड जो एसडीएफसी का था 10 रुपये का पेमेंट कर दिया।

उधर से जोहासिस्ट एप डाउनलोड करने को कहा गया जैसे ही उस एप को प्रोफेसर ने डाउनलोड किया तभी क्रेडिट कार्ड से 50723 रुपये दो बार ट्रांजक्शन हो गया, जिसका मैसेज उनके मोबाइल पर आ गया, प्रोफेसर ने उसके बाद तुरंत उक्त एप को अनइंस्टाल कर दिया ब्लाक करने की प्रक्रिया भी तुरंत कराई, लेकिन तब तक आनलाइन फ्राड करने वाले शातिर ने 101446 रुपये की धोखाधड़ी कर ली थी, साइबर ठगी के लिए मधुबनी और मुंगेर जिले के व्यक्ति के मोबाइल नंबर और खाते का इस्तेमाल किया था।

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