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प्रशांत किशोर के द्वारा सभा को संबोधित करते हुए कहा गया की बिहार का चुनाव हम 2025 में जीतना चाहते हैं या 2024 में ही? अगर बिहार की जनता चाहती है, तो हमें 2025 तक इंतजार करने की जरूरत नहीं है। हम इस नवंबर में होने वाले उपचुनावों में ही मामला सेटल कर सकते हैं। रामगढ़, तरारी, बेलागंज, और इमानगंज पर उपचुनाव होने जा रहे हैं, जहां के मौजूदा विधायक अब सांसद बन चुके हैं और खुद को बड़े नेता समझते हैं।
आगे उन्होंने बिहार की जनता से पूछा की क्या हम इन चारों को चुनौती देकर हरा सकते है? आप बताइए चुनौती ले ले, हरा दे इन चारों को अगर नवंबर में ये चारों लोग उपचुनाव हार जाते हैं तो बिहार से इन 4 नेताओं का बोरिया बिस्तर समेटना शुरू हो जाएगा। इसलिए 2025 तक नहीं रुकना हैं। उनके द्वारा जोर देते हुए कहा गया की हमारी रणनीति साफ है। अगर हम इन चार महारथियों को नवंबर के उपचुनाव में हराते हैं, तो यह एक स्पष्ट संदेश होगा कि 2025 के चुनाव में बिहार की जनता बदलाव चाहती है। इसलिए 2025 तक नहीं रुकना है, हमें अभी से तैयारी करनी है।