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हालांकि महुआ शराब बनाने वाले तस्करो की पहचान नहीं हो सकी है, कब्रिस्तान में शराब बनाने का धंधा कितना दिनों से चल रहा था। इसकी भनक पुलिस को अब तक क्यों नहीं लगी इसकी चर्चा गांव के दोनों समुदाय के बीच चल रहे हैं, रामपुर गांव के ग्रामीणों का कहना कि शराब के धंधे बाज कब्रिस्तान को भी नहीं बकस रहे हैं, शराब बनाने का सुरक्षित जगह कब्रिस्तान को ही बना लिए थे, इस पर पुलिस धंधे बाजो के मानसे पर पानी फेर दिया।