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मृतक के स्वजनों ने बताया की अस्पताल प्रशासन के द्वारा एंबुलेंस मुहैया नही कराते देख तीन घंटे के बाद दोनों घायलों को निजी वाहन से पूर्णिया भेजा गया। जिसके कारण पूर्णिया ले जाने के क्रम में दोनों की मौत हो गई। वहीं मुo यासीन और वाहन चालक का इलाज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ही चल रहा है। इसी दौरान घायल मुo यासीन को देखने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची उसकी पत्नी शहाजुन निशा अपने पति को घायल अवस्था में देख बेहोश हो गई। हालत बिगड़ते देख चिकित्सको ने उसे भी इलाज के लिए पूर्णिया भेजा। जहां हृदय गति रुकने से उसकी मौत हो गई। इस घटना से पूरे क्षेत्र में खलबली मच गई। दर्जनों की संख्या में ग्रामीण मृतकों के घर पहुंच गए। गांव में चारो ओर मातम का माहौल बन गया। मृतक के स्वजनों का रो रोकर बुरा हाल है। थानाध्यक्ष प्रह्लाद यादव ने बताया कि मृतकों के शव का पोस्टमार्टम कराने की प्रक्रिया की जा रही है।