Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
इस लापरवाही को देखते हुए डीएम ने नाजिर के वेतन भुगतान पर रोक लगा दी साथ ही उन्होंने आवेदनों के शीघ्र निष्पादन का निर्देश दिया। सीओ प्रियदर्शिनी से दाखिल खारिज, परिमार्जन,अतिक्रमण, इत्यादि मामलों के आवेदन से संबंधित जानकारी ली। दाखिल खारिज के मामलों के निष्पादन में विलंब पर नाराजगीं जतायी। परिमार्जन के 140 कुल मामले लंबित थे। जिसमें अधिकतर में कर्मचारी की रिपोर्ट मिल गयी थी।
इस पर सीओ ने बोला की शीघ्र ही सभी आवेदनों का निष्पादन हो जाएगा। डीएम ने सीओ को दाखिल खारिज वादों के त्वरित निष्पादन का निर्देश दिया। आपको बता दे की मोहनिया अंचल कार्यालय कर्मियों की मनमानी के कारण लोगों को काफी परेशानी होती है। डीएम के औचक निरीक्षण से व्यवस्था में सुधार की उम्मीद है। मामले से सम्बंधित जानकारी लेने पर डीएम सावन कुमार ने बताया कि अंचल कार्यालय के निरीक्षण में यह बात सामने आई की जून माह से ही भू मापी के काफी मामले लंबित हैं। जो अंचल नाजिर की लापरवाही का द्योतक है। इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए नाजिर के वेतन भुगतान पर रोक लगा दी गई है। 15 दिनों के अंदर मामलों के निष्पादन का निर्देश दिया गया। निरीक्षण में पाया गया कि बेवजह दाखिल खारिज के मामलों को खारिज किया जा रहा है। जबकि सरकार निर्देश है कि बिना कारण के खारिज नहीं करना है। इससे आम आवाज को परेशानी होती है। इसमें सुधार के लिए सीओ को निर्देश दिया गया है।