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घटना के सम्बन्ध में प्राप्त जानकारी के अनुसार श्रम अधिकारी प्रवीण कुमार जहानाबाद से कुर्था प्रखंड होते हुए अरवल जा रहे थे। इस दौरान आलमपुर गांव के पास सड़क पर अचानक एक बकरी आ गई, जिसे बचाने में चालक ने संतुलन खो दिया और सामने से आते बाइक सवार दो युवकों विक्रम मांझी व करण कुमार को रौंद दिया। पकड़े जाने के भय से चालक धर्मेंद्र कुमार ने स्कार्पियो की रफ्तार बढ़ा दी, तेज रफ्तार के कारण गाड़ी कुछ दूर आगे बढ़ने पर छोटकी चैनपुरा के पास पुन: असंतुलित होकर बिजली के खंभे से टकराते हुए वहां खड़ी हेमंती देवी को रौंद दिया। यह देख छोटकी चैनपुरा के ग्रामीण दौड़े और चालक व श्रम पदाधिकारी को अपने घेरे में ले लिया। डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी। आक्रोशित लोगों को कहना था कि जब तक सभी पीड़ित परिवारों को मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक गाड़ी और चालक को नहीं छोड़ेंगे।
वही घटना की सूचना पर परस बिगहा व शकुराबाद थानाध्यक्ष दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों से घटना की जानकारी ली। आश्वासन के बाद पुलिस ने दोनों को ग्रामीणों के चंगुल से मुक्त कराया, इसके बाद तीनों घायलों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शकुराबाद में भर्ती कराया। वहां से तीनों को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां से करण कुमार को बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया गया, जहां पहुंचने पर चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। कुछ समय बाद यहां सदर अस्पताल में इलाज के दौरान हेमंती देवी की भी मौत हो गई। घटना की सूचना से पीड़त स्वजनों में कोहराम मच गया। परस बिगहा थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार ने बताया कि मामले में आवेदन मिलने पर प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।