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दरसल रेणु एक शादीशुदा शख्स को दिल दे बैठी थी। युवक रेणु को बेहतर पढ़ाई कराने और जॉब लगाने की बात कह, झांसे में ले रखा था। रेणु के कई सर्टिफिकेट को भी वो अपने पास रख लिया था। शादी नहीं करने पर सारे सर्टिफिकेट नष्ट कर देने की धमकी भी देने लगा था। रेणु को इस बात की जरा-सा भी भनक नहीं लगी कि वो शादीशुदा है। आखिरकार, थक-हार कर शादी के लिए रेणु राजी हो गई। पुलिस अफसर बनने की सपना देखने वाली रेणु ने खुद को हंसी-खुशी रजनीश तक समेट लिया। आधार कार्ड और जरूरी कागजातों में भी रजनीश का नाम चढ़ा लिया। कुछ दिन भागलपुर में रहने के बाद जब वो अपने ससुराल करमपुर गई तो उसके पैर के नीचे से जमीन खिसक गई। ससुराल में पता चला कि रजनीश पहले से न सिर्फ शादीशुदा है बल्कि उसके बच्चे भी हैं। फिर उसने ये जानकारी अपने भाई को दी। रजनीश की पहली पत्नी उससे मारपीट करने लगी।
मामले से सम्बंधित जानकारी देते हुए रेणु के भाई ने बताया कि उसकी बहन पढ़ने में काफी तेज थी। भागलपुर में रहकर दारोगा परीक्षा की तैयारी कर रही थी। वही पर उसकी मुलाकात उस युवक से हुई। लड़का पहले से शादीशुदा था। रेणु के भाई इंद्र कुमार ने 29 अप्रैल को बाईपास थाने में लिखित आवेदन दिया है। जिसमें कहा गया है कि ससुराल वालों ने उसकी बहन की हत्या कर दी है। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी गांधी कुमार उर्फ रणधीर को गिरफ्तार की थी और शव को बरामद कर लिया था।
रेणु हत्याकांड के मुख्य आरोपी पति रजनीश दास और कई अभियुक्त अब भी गिरफ्त से दूर हैं। इंसाफ के लिए रेणु का भाई इंद्र कुमार पुलिस अफसरों के ऑफिस का चक्कर लगा रहा है। भागलपुर रेंज के डीआईजी विवेकानंद के कार्यालय भी पहुंचा और न्याय का गुहार लगाया। रेणु की हत्या 28 अप्रैल की देर रात ससुराल में की गई थी। जोगिया नहर के पास उसके शव को दफन कर दिया गया था। मृतका की पहचान ना हो, इसके लिए उसके चेहरे पर तेजाब भी डाल दिया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक गला दबाकर हत्या की गई थी।