Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
30 वर्षो में न गरीबी कम हुई न ही बिहार के लोगों ने खुद को पलायन करने से रोक पाया है। शिक्षा की व्यवस्था सुधरी नहीं रोजगार मिला नहीं तो आप किस विश्वास की बात कर रहे हैं? विश्वास यात्रा में लोग आयेंगे भीड़ दिखेगी। भीड़ पैसे के नाम पर जात के नाम पर काडर कुछ लोग को इकट्ठा कर लेंगे। तेजस्वी को इस बार यह समझ लेना चाहिए कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती इस बार जनता उनसे नहीं बरगलने वाली है। बिहार के जिन लोगों ने लालू यादव और उनके बच्चों की सरकार को देखा है वो मानते हैं कि ये लोग जात-पात, हिन्दू-मुसलिम, भ्रस्टाचार, गुंडागर्दी से ऊपर उठ कर राजनीति नहीं कर सकते हैं। ये 4 बिंदु RJD के कैरेक्टर में है और इनसे ऊपर उठकर ये नहीं आ सकते।