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जिसके बाद एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ सदर के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। इस टीम में डीएसपी मुख्यालय 1-2,साइबर डीएसपी के अलावे अन्य पुलिस अधिकारी शामिल थे। इनलोगों के द्वारा वैज्ञानिक अनुसंधान, सीसीटीवी कैमरा एवं अन्य सूत्र से घटना का उद्भेदन करते हुए हत्या में शामिल अपराधियों सहित साजिशकर्ता भाई को घटना के महज 40 घंटा के अंदर गिरफ्तार कर लिया गया। प्रेसवार्ता में मामले से सम्बंधित जानकारी देते हुए एसपी हिमांशु के द्वारा बताया गया की हत्या के बाद पुलिस टीम ने वैज्ञानिक अनुसंधान,सीसीटीवी कैमरा एवं अन्य सूत्र से प्राप्त सूचना के आधार पर दो शूटर अंशुमन कुमार एवं सिंटू सिंह को गिरफ्तार किया।
जिनसे सख्ती से पूछताछ करने पर बताया गया की अमर रंजन एवं उसके पिता बालमुकुंद गुप्ता ने 3 लाख रुपये का सुपाड़ी सरोज कुमार को मारने के लिए दिया था जिसमे 1 लाख अग्रिम एवं 2 लाख काम के बाद देने का था और यह प्लानिंग 2-3 महीने पहले से चल रहा था। इसी आधार पर दो और लोग जिसमे एक मृतक का छोटा भाई अमर रंजन एवं शूटर से डील करवाने वाला शेटर मिंटू सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया। इनके पास से हत्या में प्रयुक्त बाइक एवं चार गोली सहित पिस्टल व मोबाइल बरामद किया गया। एसपी ने घटना का वजह पारिवारिक जमीनी विवाद बताया। इस मामले का एक अभियुक्त मृतक का पिता बालमुकुंद गुप्ता फरार है। जिसे शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।