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घटना के संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक शैशव यादव के द्वारा बताया गया की मृतिका पार्वती देवी की बेटी की शादी जगदेव शर्मा के पुत्र राजकुमार शर्मा के साथ हुई थी। इससे जगदेव शर्मा का समधन के घर बराबर आना-जाना होता था। इसी दौरान दोनों के बीच संबंध स्थापित हो गया। इधर पार्वती का बेटा काफी दिनों से बाहर रहता था। घर पर पार्वती देवी और उसकी बहू रहती थी। इसी का फायदा उठाकर जगदेव ने उसकी बहू को भी अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। बहू के साथ इस संबंध का वह बराबर विरोध करती थी, जो जगदेव को पसंद नहीं था। जगदेव समधन को रास्ते से हटाने के लिए षडयंत्र रचने लगा। मौका देख जगदेव ने 20 मार्च को समधन पार्वती देवी को अपने गांव परसामाधो बुलाया तथा उसकी हत्या कर शव को खेत में फेंक दिया।
इस घटना को लेकर किशनपुर थाना कांड संख्या 83/2024 दर्ज कर घटना का उद्बोधन को लेकर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुपौल के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा अनुसंधान के क्रम में यह बात सामने आई कि समधी जगदेव शर्मा का पहले समधन पार्वती देवी से अवैध संबंध बना और उसके बाद जगदेव पार्वती की बहू के साथ भी संबंध बनाने लगा। इसकी चर्चा समाज में भी होने लगी थी। हत्या के बाद जगदेव शर्मा की पत्नी सोमनी देवी और मृतका की बेटी पूनम देवी ने शव को छिपाने में मदद की थी।
फिलहाल पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अनुसंधान के दौरान पुलिस ने आरोपित के घर से एक मोबाइल और मृतका का कपड़ा भी बरामद किया है। अनुसंधान जारी है हत्या में और किसकी संलिप्तता है उसकी पहचान की जा रही है। गठित टीम में पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष किशनपुर प्रशांत कुमार राय, पुलिस अवर निरीक्षक नागमणि मधुकर, पिंटू कुमार, रिंकी कुमारी, निभा कुमारी ,प्रीति, खुशबू कुमारी तथा डीआईयू की टीम शामिल थे।