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पोस्टमार्टम के बाद शव जैसे ही गांव आया ग्रामीण पुलिस प्रशासन के खिलाफ उग्र हो गई और मुआवजे, बदमाशों गिरफ्तारी को मांग को लेकर ग्रामीणों ने उनके खिलाफ आक्रोश जताया, लगातार हो रही घटनाओं से आम लोगों का पुलिस प्रशासन से मोह भंग हो गया है, पुलिस प्रशासन घटना के तुरंत सूचना पर नहीं पहुंची आक्रोशित लोगो ने अररिया डीएसपी, एसडीओ सहित पुलिस को घेर लिया उसकी वाहनों का आगे नहीं बढ़ने दे रह थे।
स्वजनों के अनुसार अपराधी पिछले दो-तीन दिनों से अपराधी विमल की रेकी कर रहे थे, जिसकी जानकारी विमल ने अपने साथियों को भी दी थी हालांकि उन्हें यह नहीं पता था की अपराधी उनकी हत्या कर देंगे, इस घटना को उनके भाई की हत्या से जोड़कर देखा जा रहा है, विमल के भाई कुमार शशिभूषण दबंग छवि के सरपंच हुआ करते थे बलसारा पंचायत में सरपंच रहते हुए उन्होंने वहां अपराध पर अंकुश लगाने का प्रयास किया था।
वर्ष 2019 में पंचायत में बाइक छीनने की घटना हुई थी, पीड़ित ने जब इसकी शिकायत शशिभूषण से की तो उन्होंने बाइक छीनने वाले की पिटाई कर दी पीड़ित को बाइक भी वापस कराई माना जाता है कि इसी घटना का बदला लेने के लिए अपराधियों ने उनकी हत्या कर दी थी 12 अप्रैल 2019 को वह एक मामले में गवाही देकर कोर्ट से लौट रहे थे, इसी दौरान अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी इस मामले में चार से पांच लोगों को नामजद किया गया था सभी आरोपितों की गिरफ्तारी भी गई थी लेकिन ये सभी अभी जमानत पर बाहर हैं, रानीगंज में पत्रकार पर हमला और हत्या की यह पहली घटना नहीं, इसके पहले भी एक दैनिक अखबार के पत्रकार बलराम विश्वास को गोली मारी गई थी हालांकि उनकी जान बच गई।