Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सिरसी में स्थित उत्क्रमित उर्दू मध्य विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्र में कैमोडियम सावन कुमार के द्वारा जांच की गई जहां का नियंता पाए जाने पर डीएम के द्वारा कार्रवाई करते हुए विद्यालय के हम सहित एक शिक्षक और आंगनबाड़ी के सेविका के ऊपर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं, जिला पदाधिकारी के इस आदेश के बाद सरकारी कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है।
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प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जिला पदाधिकारी के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक जिला पदाधिकारी सावन कुमार के द्वारा चैनपुर प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित उर्दू मध्य विद्यालय सिरसी एवं आंगनवाड़ी केन्द्र का औचक निरीक्षण किया गया, निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि विद्यालय में साफ सफाई की स्थिति मानक के अनुसार नही है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने बताया कि आज सुबह सफाई हुई है, जबकि उपस्थित बच्चों ने बताया गया कि आज कोई साफ-सफाई नहीं हुई है, इसके अलावा अगुणवत्तापूर्ण एमडीएम की आपूर्ति किए जाने के बावजूद भी संबंधित एनजीओ के विरुद्ध प्रधानाध्यापक ने कोई पत्राचार नहीं किया गया, जिसपर जिला पदाधिकारी द्वारा गंभीर आपत्ति जताई गई।
साफ सफाई में लापरवाही, विद्यालय संचालन में पर्याप्त अभिरुचि नहीं लेने एवं अगुणवत्तापूर्ण एमडीएम की आपूर्ति करने वाले एजेंसी को संरक्षण देने के लिए प्रधानाध्यापक ओम प्रकाश प्रसाद को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया गया।
वहीं निरीक्षण के क्रम पाया गया कि वर्ग कक्षा 7 खाली है, पुछताछ करने पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने कुछ नहीं बताया, बच्चों से पूछताछ पर यह पता चला कि राकेश कुमार सिंह का क्लास है, जो विद्यालय में उपस्थित नहीं थे, राकेश कुमार सिंह स्थानीय शिक्षक हैं और पहली कक्षा लेकर घर चले जाते हैं, साथ ही मनमाने ढंग से विद्यालय आने की भी शिकायत प्राप्त हुई, जिला पदाधिकारी द्वारा राकेश कुमार सिंह प्रखंड शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया गया।
पंचायत मदुरना अंतर्गत ग्राम सिरसी के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 22 के निरीक्षण में यह पाया गया कि विद्यालय में 11:15 बजे तक छात्रों की उपस्थिति सेविका द्वारा दर्ज नहीं की गई है, पूर्व में सभी छात्रों की नियमित उपस्थिति दर्ज है, जबकि सेविका के द्वारा स्वयं बताया गया कि पंजीकृत 35 बच्चों में से 25 से 28 बच्चे ही आते हैं, उपस्थिति से अधिक छात्रों की उपस्थिति दर्ज करना सरकारी राशि के गबन की उनकी मंशा को दर्शाता है, पुछताछ करने पर उनके द्वारा THR, ग्रोथ पंजी आदि भी नहीं दिखाया गया, जिला पदाधिकारी द्वारा सेविका लखमुनि देवी को अविलंब हटाने का निर्देश दिया गया है।