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एक बार फिर से सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों ने लालू परिवार पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है इसके बाद सीएम से उपसभापति की मुलाकात ने संभावनाओं को हवा दे दी है नीतीश कुमार पिछले कुछ दिनों से अपनी पार्टी के नेताओं से मिल रहे हैं इससे पहले वह राज्यपाल से मिले, पार्टी के विधायकों और विधान पार्षदों से मिले पिछले 3 दिनों से सीएम अपनी पार्टी के लोकसभा, राज्यसभा सांसद से मिल रहे हैं इस मुलाकात के कई मायने देखे जा रहे हैं।
वही पार्टी के नेताओं कहना है कि यह मुलाकात बस क्षेत्रीय समस्याओं से रू-ब-रू होने के लिए है सभी को चुनाव तैयारियों में जुटने का निर्देश भी सीएम की ओर से दिया जा रहा है, सीएम और उपसभापति के मुलाकात को लेकर कोई औपचारिक सूचना जारी नहीं की गई है हालांकि उपसभापति ऑफिस की तरफ से यह बताया गया कि यह औपचारिक मुलाकात थी वही जदयू नेता ने इस पर कुछ भी बोलने से साफ इनकार कर रहे हैं।
जनसुराज के नेता प्रशांत किशोर पहले से यह आरोप लगाते रहे हैं कि नीतीश कुमार हरिवंश के रूप में बीजेपी के बीच एक संभावना छोड़े हुए हैं, महाराष्ट्र में हुए सियासी उलट फेर के बीच इस मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं, हरिवंश नारायण को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार दोनों का करीबी माना जाता है, इस मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में चर्चा है कि हरिवंश मैसेंजर का काम कर सकते हैं।