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वही कार्यक्रम की अध्यक्षता पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग मंत्री रेणु देवी के द्वारा किया गया। आपको बता दे की पशुपालकों को अपने बीमार पशुओं को पशु चिकित्सालय तक लाने में होने वाली कठिनाईयों को देखते हुए पशुपालकों के द्वार पर पशु चिकित्सा (डोर स्टेप चिकित्सा सेवा) सुविधा उपलब्ध कराने हेतु राज्य के सभी 534 प्रखंडों हेतु एक- मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई के परिचालन की व्यवस्था की गयी है। मोबाइल पशु चिकित्सा इकाईयों के परिचालन से दूर इलाकों से बीमार पशुओं को पशु चिकित्सालय तक लाने में होने वाली कठिनाईयों से पशुपालकों को राहत मिलेगी
उक्त मोबाइल पशु चिकित्सा इकाईयों में से 307 इकाईयों का क्रय केन्द्र प्रायोजित ‘राष्ट्रीय पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत केंद्र सरकार द्वारा प्रदत्त राशि से एवं शेष इकाईय क्रय राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना “आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय- अन्तर्गत राज्य सरकार के संसाधनों से किया गया है।