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दरअसल कोरोना महामारी ने पूरे स्वास्थ्य विभाग की पोल खोलकर रख दी सभी अस्पतालों में आधारभूत संरचना की कमी कारण स्वास्थ्य सुविधाओं का घोर अभाव दिखा स्थानीय प्रखंड पीएचसी में सिर्फ 6 वार्ड है और वह भी गर्भवती महिलाओं के लिए है, इन समस्याओं को देखते हुए विधायक सुधाकर सिंह ने इस मामले को विधानसभा में उठाया और क्षमता इस मामले को लेकर सरकार को संज्ञान में लिया और 30 बेड का अस्पताल बनाने की स्वीकृति प्रदान की गई।
विधायक ने बताया कि मोहनिया और रामगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं पर कुल 18 करोड़ पर खर्च किया जाएगा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुर्गावती के अलावा रामगढ़ के सहूका और महुअर में उप स्वास्थ्य केंद्र तो देवहलिया में अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र बनाया जा रहा है, साथ ही छबकू, सदुल्हपुर और चंडेश में उपस्वास्थ्य केंद्र डेढ़ साल के भीतर बनकर तैयार हो जाएगा।
इस दौरान विधायक ने कहा कि उनकी प्राथमिकता रहेगी कि सिंचाई, स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, सड़क और सुरक्षा को लेकर आम आदमी को कोई परेशानी ना उठानी पड़े, समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुर्गावती में संसाधनों की बात करें तो फोन फर्नीचर, वाटर सप्लाई, बिजली, पाइप के जरिए ऑक्सीजन के साथ-साथ मेडिकल से जुड़े बहुत से संसाधन उपलब्ध रहेंगे, अब प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर मरीजों का इलाज भी अस्पताल में किया जा सकता है, पहले के जैसे अस्पताल में प्राथमिक जांच के बाद हर मरीज को रेफर कर दिया जाता था, मुफ्त में सभी मरीजों का समुचित इलाज किया जाएगा।
दरअसल दुर्गावती देश के लाइफ लाइन कहे जाने वाले नेशनल हाईवे-19 से सटा हुआ है और आए दिन यहां छोटी बड़ी घटना होती रहती है, सड़क हादसे में घायलों को इलाज में दुर्गावती लाया जाता है, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर देते हैं, इस कारण समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुर्गावती में बनने से आम लोगों को इसे सीधा लाभ मिलेगा, अब मरीजों को मुफ्त व समुचित इलाज यही किया जाएगा।