Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड कार्यालय परिसर में रविवार को राष्ट्रीय मध्याह्न भोजन रसोईया फ्रंट के तत्वधान में चैनपुर प्रखंड के सभी विद्यालय में कार्यरत रसोइयों की बैठक हुई बैठक में 10 हजार रुपए मानदेय कम से कम करने की बात कही गई है।
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राष्ट्रीय मध्याह्न भोजन रसोइयों फ्रंट के बलवंत पासवान के द्वारा बताया गया 11 सूत्री मांगों को लेकर चैनपुर प्रखंड के सभी रसोईया के द्वारा बैठक की गई है सरकार से की जाने वाली मांग को लेकर रूपरेखा तैयार किया गया जिसमें मुख्यतः प्रधानमंत्री पोषण योजना को ठेकेदारी रोकने को लेकर एवं विद्यालय परिसर में बना गर्म एवं ताजा भोजन बच्चों को परोसने की बात कही गई है।
रसोइयों की न्यूनतम मजदूरी कम से कम 10 हजार लागू की बात कही गई है, कार्य के दौरान चोट लगने से घायल होने की स्थिति में इलाज की राशि उपलब्ध करवाने की मांग रखी गई है सहित कई मांगों को लेकर रसोइया दीदियों ने अपनी मांगे बुलंद की।
अन्य जानकारी देते हुए रसोईया दीदियों के द्वारा बताया गया विद्यालय में प्रधानाध्यापक के द्वारा रसोइयों के साथ काफी बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया जाता है खाना बनाना रसोइया का कार्य है मगर उनसे शौचालय साफ करवाया जाता है विद्यालय में झाड़ू लगाया जाता है इस तरह के कई ऐसे काम है जो रसोइयों से जबरन करवाई जाते हैं, सुबह 9:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक लगातार परिश्रम करने के बावजूद भी मेहनताना के रूप में सरकार के द्वारा मात्र 1650 रुपए महीने का दिया जाता है सरकार के इस भेदभाव रवैया को लेकर सभी रसोईया दीदियों के द्वारा बैठक की गई है।