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इस दौरान प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव और राजद पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार के उपमुख्यमंत्री ने घोषणा कर दी कि जैसे सरकार बनेगी 10 लाख नौकरी देंगे यह नई सरकारी नौकरियां कहां से देंगे जब जो लोग सरकारी नौकरियां में पहले से हैं उनको ही सरकार वेतन नहीं दे पा रही है लेकिन बिना सोचे समझे उन्होंने घोषणा कर दीया, आगे उन्होंने कहा कि लोगों को डर था कि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ जाएगी पिछले एक-दो महीनों में एक बात तो सबसे ज्यादा सुनने को मिल रही है वह की कानून व्यवस्था की खराब हो गई है ये बात सिवान में बहुत सुनने को मिली उसके बाद फिर सारण में और अब वैशाली में भी सुनने को मिल रही है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में आज शराब और बालू माफियाओं का सबसे बड़ा फलता फूलता कारोबार है, शराब की दुकानें बंद है लेकिन होम डिलीवरी चालू है, अवैध शराब पीने से होनी वाली मौत पर पत्रकारों ने भी बोलना छोड़ दिया है, जब तक कोई बड़ी घटना नहीं होती है, वैध शराब से जुड़ा हुआ कारोबार और इससे होने वाली लोगों की मृत्यु आज बिहार के लोगों के जीवन की सच्चाई बन गई है पंचायत के स्तर पर लोग बताते हैं कि अवैध शराब से मरने वाले लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है लेकिन एक दो लोगों की मौत होती है तो न पत्रकार इसकी खबर छापते है और जिसकी मौत होती है उसके घर वाले भी डर की वजह से जानकारी नहीं देते हैं।
NH-19 पर पिछले 5 सालों से बालू के ट्रकों का जाम लगा हुआ है और वहां प्रति ट्रक 12 हजार से 15 हजार रुपये की वसूली हो रही है और पूरा सरकारी प्रशासन इसमें लगा हुआ है, इसमें पैसा ऊपर से नीचे तक सबको जाता है, क्योंकि डीएम और एसपी अकेले इतने बड़े तंत्र को नहीं चला सकते हैं, NH-19 से जुड़ी हुई 10 पंचायतों में जाने पर देखा की वहां दमा और टीवी के मरीजों की संख्या बढ़ गई है।