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11 हजार विद्युत करंट से झुलसे लाइनमैन की इलाज के दौरान हुई मौत घर में मचा हाहाकार

Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम खरीगांवा के निवासी एक युवक जो चांद फीटर (विद्युत उपकेंद्र) में लाइनमैन के रूप में कार्य करता था, और शुक्रवार की शाम 5:15 बजे के करीब 11हजार विद्युत करंट से झुलस जाने के बाद वाराणसी में इलाज के दौरान अपना दम तोड़ दिया, मृतक युवक की पहचान स्वर्गीय परभंस तिवारी के पुत्र अनिल तिवारी उम्र 40 वर्ष के रूप में की गई है।

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स्थानीय लोगों की भीड़
स्थानीय लोगों की भीड़

परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक अनिल तिवारी चांद फिटर में कार्य करते थे, जहां के जेई के निर्देश पर दुल्ही पंचायत के ग्राम मोरवा में विपिन उपाध्याय के घर के पास जहां 11हजार की तार लटकी हुई थी उसे ठीक कर रहे थे, बताया जा रहा है कि कार्य शुरू करने के पहले अनिल तिवारी के द्वारा हजरा विद्युत उप केंद्र जहां साबिर खान उस दौरान ड्यूटी पर थे,

उनसे शटडाउन लिया था, जिसके बाद पोल पर चढ़कर वह कार्य करने लगे दो तार को टाइट करने के बाद जब तीसरा तार टाइट करने लगे, उस दौरान अचानक पावर सप्लाई दे दी गई, और विद्युत करंट के झटके के कारण अचानक पोल पर से नीचे गिर गए, स्थानीय लोगों के द्वारा सहयोग करते हुए तत्काल घायल युवक को खरिगांवा स्थित उनके घर पर पहुंचाया गया जहां से इलाज के लिए भभुआ सदर अस्पताल ले जाया गया, प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए वाराणसी ट्रामा सेंटर में रेफर किया गया जहां शुक्रवार की रात 10:30 बजे के करीब विद्युत कामगार की मौत हो गई।

मृतक अनिल तिवारी का भतीजा शुभम तिवारी के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि उनके चाचा के द्वारा काम शुरू करने के पहले शटडाउन लिया गया था, विद्युत विभाग के द्वारा लापरवाही बरतते हुए काम के दौरान सप्लाई को चालू कर दिया गया, जिस वजह से वह विद्युत करंट से झुलस गए और इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गई।

जब इससे जुड़ी जानकारी भभुआ विद्युत विभाग के स्कूटी इंजीनियर मनोज कुमार से लिए तो उनके द्वारा बताया गया, लाइनमैन अनिल तिवारी तार रिपेयर कर रहे थे, उस दौरान इंड्यूस करंट के झटके के कारण नीचे गिरे, नीचे सड़क पीसीसी ढलाई की थी, जिस पर सर के बल गिरने के कारण सर में गंभीर चोट लगी इलाज के क्रम में वाराणसी ट्रामा सेंटर में सुबह 4:30 बजे उनकी मौत हो गई।

सड़क जाम करते लोग
सड़क जाम करते लोग

उनकी मौत विद्युतीकरण से नहीं जब बल्कि सर में चोट लगने के कारण हुई है। मृतक लाइनमैन के पारिवारिक स्थिति की बात की जाए तो मृतक अपने चार भाइयों में सबसे छोटे थे, जिसमें बड़े भाई जमुना तिवारी की मौत 2 वर्ष पूर्व बीमारी के कारण हो गई थी, जबकि दूसरे नंबर पर भाई सरयू तिवारी खरिगांवा में परचून की दुकान चलाते हैं, जबकि तीसरे भाई त्रिवेणी तिवारी मुंबई में ऑटो रिक्शा चलाने का कार्य करते हैं।

अनिल तिवारी विद्युत कामगार के रूप में चांद फिटर में कार्य कर रहे थे, अचानक हुए इस हादसे से पूरा परिवार सदमे में है, मृतक के तीन बच्चे हैं, जिसमें एक बच्ची 16 वर्ष की है जबकि 2 पुत्र एक 12 वर्ष जबकि दूसरा 8 वर्ष का है, बताया जा रहा है सभी परिवार अलग-अलग रहते हैं अचानक हुए अनिल तिवारी की मौत से पूरा परिवार बेसहारा हो चुका है, परिवार वालों के द्वारा प्रशासन से मुआवजे की मांग की जा रही है।

वहीं देर शाम वाराणसी से विधुत कामगार का शव जैसे ही घर पहुंचा स्थानीय लोग सहित परिजनों के द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर खरिगांवा चौक के पास जाम कर दिए गया लंबे समय तक जाम की स्थिति बनी रही इसके बाद विद्युत विभाग के अधिकारियों के आश्वासन मिलने पर लोगों ने जाम हटाया, इस मामले में चैनपुर कनिय अभियंता जयराम कुमार के द्वारा बताया गया पदाधिकारियों से बातचीत चल रही है, मृतक के परिजनों को मुआवजा सहित अन्य सुविधाएं दिलवाई जाएंगी।

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