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आपको बता दे की ग्रामीण इसलिए आक्रोश है क्योंकी 11 अक्टूबर को युवक की पत्नी ललीता देवी के द्वारा पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, किन्तु पुलिस के द्वारा सही तरीके से जाँच नहीं किया गया। युवक की सकुशल बरामदगी के लिए दो दिन पूर्व शुक्रवार को भी ग्रामीणों ने सड़क जाम किया था और टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया था, बावजूद पुलिस लापरवाह बनी रही। वही घटना की सूचना पर पुलिस जैसे ही पहुंची लोगों ने खदेड़ दिया। सड़क जाम रहने से ओकरी से मसौढ़ी और धनरूआ से नालंदा व घोसी आने-जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी हुई। इस सम्बन्ध में पत्नी ललीता देवी ने बताया की रोज की तरह पति संतोष कुमार 09 अक्टूबर की सुबह 8:00 बजे अरिस्टो दवा कंपनी में ड्यूटी के लिए बाइक से पटना गए थे। ड्यूटी खत्म होने पर रात्रि में पटना से घर के लिए निकले थे, देर रात्रि 2:00 बजे तक उनसे बातचीत हुई थी।
घर पहुंचने में विलंब होने पर कुछ समय बाद दोबारा काल करने पर मोबाइल स्वीच आफ आने लगा। काफी खोजबीन के बाद पता नहीं चलने पर 11 अक्टूबर को थाने में आवेदन देकर पति की सकुशल बरामदगी की गुहार लगाई। परंतु पुलिस ने बरामदगी के लिए कोई प्रयास नहीं किया। पुलिस जांच करती रही और उधर पति का शव बरामद हुआ। आशंका है कि 09 अक्टूबर को ही अपराधियों ने पति की निर्मम तरीके से हत्या कर शव को गांव के बधार में फेंक दिया, जहां जंगली पशुओं ने शव को नोच खाया। वही इस सम्बन्ध में घाेसी एसडीपीओ संजीव कुमार ने बताया कि हत्या के कारणों की जांच चल रही है। आवेदन के आधार केस दर्ज करा मामले का अनुसंधान किया जाएगा। विभिन्न बिंदुओं पर पुलिस घटना की जांच कर रही है।



