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वही गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में मुन्ना चौधरी ने स्वीकार किया कि पारिवारिक तनाव, घरेलू कलह और जमीन विवाद के कारण उसने पत्नी को रास्ते से हटाने का फैसला किया था। जांच में सामने आया कि आरोपी ने सिवान से चार शूटरों को हायर किया था। सुपारी देने के लिए 5 लाख रुपये तय हुए थे। पुलिस ने मुन्ना की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल एक देसी पिस्टल और वो कपड़े भी बरामद किए हैं जिन्हें उसने वारदात वाली शाम पहना था। हथुआ एसडीपीओ आनंद मोहन गुप्ता ने बताया कि मृतका सविता देवी एक बीएसएफ जवान की मां थीं। घटना के बाद उनकी बेटी ने मीरगंज थाना में आवेदन देकर हत्या की एफआईआर दर्ज कराई थी।
इसके बाद पुलिस ने मानवीय स्रोतों और तकनीकी सर्विलांस की मदद से मामले की परते खोलना शुरू किया, जो आखिरकार पति की गिरफ्तारी पर जाकर खत्म हुआ। हालांकि पुलिस ने हत्या के मास्टरमाइंड को पकड़ लिया है, लेकिन वारदात में शामिल बाकी शूटर अभी भी फरार हैं। अधिकारियों ने बताया कि उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार कई ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही बाकी आरोपी भी पकड़ लिए जाएंगे।



