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बताया जा रहा है कि विउरी पंचायत शिव गांव निवासी ब्रजेश ठाकुर स्वच्छता अभियान में स्वचछाग्रही के पद पर काम किये किए हुए हैं गोंई पंचायत में स्वच्छता अभियान पार्ट-2 को लेकर हो रही सुपरवाइजर के पद पर बृजेश ठाकुर के चयन को लेकर आश्वस्त किया गया था बाद में उन्हें पता चला कि सुपरवाइजर के पद पर उनका चयन नहीं किया जा रहा है जिस वजह से आत्महत्या का प्रयास किया बृजेश ठाकुर के भाई दिनेश ठाकुर ने सुपरवाइजर पद पर चयन के लिए 50 हजार मांगे जाने का आरोप लगाया है जिस वजह से बृजेश ठाकुर परेशान रहे थे पैसों का इंतजाम ना होते देख उन्होंने आत्मदाह करने का प्रयास किया।
बुधवार को बृजेश ठाकुर ने वीडियो वायरल कर प्रखंड मुख्यालय पर आत्महत्या करने की चेतावनी दी थी वायरल वीडियो में बृजेश ठाकुर ने मौत होने पर मुखिया एवं स्वच्छता अभियान के प्रखंड समन्वयक को जिम्मेदार ठहराया था वही वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया बीडीओ शशिभूषण साहू और थाना के सचिन कुमार युवक से संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिल सकी जिसके बाद पुलिस युवक को गिरफ्तार करने उसके घर गयी लेकिन वह घर पर भी नहीं मिला पुलिस प्रखंड कार्यालय मुख्यालय में पहले से मौजूद थी जिसके बाद दोपहर 11:30 बजे प्रखंड मुख्यालय पहुंचे बृजेश ठाकुर में जैसे ही पेट्रोल डालने का प्रयास किया पुलिस ने उसे दबोच लिया और उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई जहां बीडीओ शशिभूषण साहू और पुलिस अधिकारी ने बैठकर उसका इलाज करवाया।
फिलहाल बृजेश ठाकुर खतरे से बाहर है उन्होंने बताया कि हमें परेशान किया जा रहा था जिससे अजीज आकर आत्महत्या का कदम उठाना पड़ा, वही स्वच्छता अभियान के प्रखंड समन्वयक संतोष कुमार ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है और कहा की स्वच्छता अभियान में स्वच्छता सुपरवाइजर एवं सफाई कर्मियों एवं आदि के चयन ग्राम सभा में ग्राम पंचायत के द्वारा किया जाता है इसमें किसी भी प्रखंड कार्यालय अधिकारियों कोई भूमिका नहीं है पैसे मांगे जाने की बात करना बेबुनियाद है।