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बताया जा रहा है कि गुरुवार की शाम 6 बजे मृतक युवक का भांजा अजय कुमार उसे ढूंढते हुए नदी की तरफ गया तो नदी किनारे गिरा देख उसने शोर मचाना शुरू किया जिसके बाद लोगों के द्वारा युवक को उठाकर घर ले आए और इलाज के लिए अस्पताल भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने सदर अस्पताल के सामने मुख्य सड़क पर शव रखकर जाम कर दिया युवक की मौत और सड़क जाम की सूचना पर थानाध्यक्ष रामानंद मंडल सहित जिप सदस्य विकास सिंह, बसपा नेता जैनेंद्र आर्य सहित अन्य लोग भी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाते बुझाते हुए आधे घंटे के बाद सड़क जाम हटाया गया वहीं पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराते हुए परिजनों को सौंप दिया है।
मृतक के बड़े भाई रामचंद्र सिंह ने बताया कि गांव में उनकी खरीदी गई जमीन के बगल में ही तुलसी राम आदि द्वारा पिलर गाड़ा जा रहा था इसी दौरान पिलर गाड़ने को लेकर विवाद शुरू हो गया बड़े भाई के अनुसार इस दौरान पीलर गाड़ने आये लोगों ने गाली गलौज और मृतक के साथ मारपीट भी की गई थी और शाम तक देख लेने की धमकी भी दी गयी थी, जिसके बाद दिन भर उसका भाई पता नहीं कहां रहा और शाम को जब भांजे को ढूंढने के लिए भेजा तो उसका शव बरामद किया गया लेकिन उसका मोबाइल सहित अन्य सामान गायब थे।