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सुपारी किसी और की हत्या किसी और की गलतफहमी में गई शिक्षिका की जान, महिला सहित 3 गिरफ्तार कट्टा व बाइक बरामद

शिक्षिका शिवानी वर्मा की हत्या का खुलासा, गलत पहचान के कारण हुई वारदात। पुलिस ने एक महिला सहित तीन आरोपियों को हथियार-बाइक संग गिरफ्तार

Bihar, अररिया: नरपतगंज प्रखंड के मवि कन्हैली की शिक्षिका शिवानी वर्मा हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने मात्र तीन दिनों में कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में एक महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों में मो. मारूफ, मो. सोहैल और हुशनन उर्फ हुश्न आरा शामिल हैं। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त बाइक, एक देसी कट्टा, अपराधियों द्वारा पहने गए कपड़े और जूते भी बरामद कर लिए हैं।

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घटना की जानकारी देते एसपी

एसपी अंजनी कुमार ने प्रेसवार्ता कर बताया कि शिक्षिका शिवानी की हत्या गलत पहचान (Mistaken Identity) के कारण हुई थी।

कैसे सुलझी गुत्थी?

घटना की गंभीरता को देखते हुए एसडीपीओ फारबिसगंज के नेतृत्व में नरपतगंज, फुलकाहा, फारबिसगंज, घुरना एवं डीआईयू को शामिल कर एक विशेष एसआईटी का गठन किया गया था।
तकनीकी एवं वैज्ञानिक जांच के आधार पर हत्याकांड में शामिल अपराधियों की पहचान की गई।

टीम ने पहले मो. मारूफ को पकड़ा। उसकी निशानदेही पर देसी कट्टा और बाइक बरामद की गई। इसके बाद दूसरा शूटर मो. सोहैल भी गिरफ्तार कर लिया गया।

असल में किसकी हत्या की थी सुपारी?

पूछताछ में सामने आया कि— फारबिसगंज के मो. साकिर की पत्नी हुशनन उर्फ हुश्न आरा को शक था कि उसके पति का खाबदह पंचायत के अनुसूचित जाति टोला की एक शिक्षिका से अवैध संबंध है।
इसी शक में उसने राजा और छोटू के साथ मिलकर उस शिक्षिका की हत्या की सुपारी दी।

सुपारी: 3 लाख रुपये, सुपारी लेने वाले: मारूफ और सोहैल, टार्गेट शिक्षिका का नाम, स्कूटी, मार्ग और समय पहले से बता दिया गया था। घटना से एक दिन पहले दोनों शूटरों ने पूरे रास्ते की रेकी की थी, गलत पहचान बनी मौत का कारण।

घटना के दिन चिह्नित शिक्षिका छुट्टी पर थीं।

वहीं, शिवानी वर्मा भी उसी मार्ग से स्कूटी से स्कूल जाती थीं और दोनों का मार्ग व वाहन एक जैसा था, सुबह जब शिवानी वर्मा स्कूटी से शिव मंदिर के पास से गुजर रही थीं, तो अपराधियों ने उन्हें अपना टार्गेट समझ लिया।
मो. सोहैल ने बाइक रोककर पीछे से गर्दन में गोली मार दी। इसके बाद दोनों आरोपी खाबदह-दरगाहीगंज होते हुए एनएच-27 से फरार हो गए।

अन्य महत्वपूर्ण तथ्य- नामजद अभियुक्त शिक्षक रंजीत कुमार वर्मा के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला, उन्हें रिहा किया जाएगा। मुख्य आरोपी मो. साकिर फारबिसगंज में जनता इलेक्ट्रॉनिक्स नाम से दुकान चलाता है। मृतक शिक्षिका शिवानी वर्मा मूल रूप से बाराबंकी (उत्तर प्रदेश) की निवासी थीं।

घटना का पृष्ठभूमि

तीन दिसंबर की सुबह मवि कन्हैली में कार्यरत शिक्षिका शिवानी वर्मा को स्कूल जाते समय कन्हैली शिव मंदिर के पास बाइक सवार अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी।

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