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सीमा हैदर एवं पति सचिन के नाम GST में 100 करोड़ का फर्जीवाड़ा, दो गिरफ्तार

Bihar: दरभंगा जिले से एक खबर सामने आ रहा है, जंहा सीमा हैदर एवं उसके पति सचिन के नाम पर 100 करोड रुपये का फर्जीवाड़ा किया गया है। जिस मामले में अरुणाचल प्रदेश की पुलिस के द्वारा शुक्रवार की देर रात रैयाम थानाक्षेत्र से दो सहोदर भाई को गिरफ्तार किया गया है। जबकि, दो चचेरे भाई पुलिस को चकमा दे भाग निकले। गिरफ्तार रैयाम थाना क्षेत्र के बनसारा गांव निवासी आशुतोष कुमार झा एवं विपिन कुमार झा को अरुणाचल प्रदेश की पुलिस ने शनिवार को कोर्ट में प्रस्तुत किया। जहां से ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद पुलिस दोनों को साथ लेकर चली गई। जानकारी के अनुसार आरोपितों के द्वारा पाकिस्तान की चर्चित महिला सीमा हैदर एवं उसके पति सचिन के फर्जी फोटो, आधार कार्ड, पैन कार्ड एवं जीएसटी नंबर का इस्तेमाल कर 100 करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा किया गया है। 

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NS Newsमामले के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए अरुणाचल प्रदेश के सब इंस्पेक्टर रणधीर कुमार झा ने बताया कि दोनों भाइयों पर पपुमपरा जिले के ईटानगर थाना में जीएसटी से 100 करोड़ रुपये गबन करने की प्राथमिकी दर्ज है। दोनों भाई अपने अकाउंट कार्यालय बंद कर लंबे समय से फरार चल रहे थे। गिरफ्तार आरोपितों के चचेरे भाई सोनू कुमार झा और बिट्टू कुमार झा पुलिस को चकमा दे भाग निकले है। जिसे गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की जा रही है। बताया की सिद्धि विनायक ट्रेड मर्चेंट कंपनी के प्रोपराइटर राहुल जैन ने 650 करोड़ रुपये का कारोबार किया है। इसमें 99.31 करोड़ रुपये जीएसटी रिटर्न दाखिल कर रुपये की निकासी की गई है। इसमें राहुल जैन, आशुतोष कुमार झा, विपिन कुमार झा, सोनू कुमार झा एवं  बिट्टू कुमार झा शामिल हैं। सभी आरोपित सीमा हैदर एवं उसके पति सचिन की तस्वीर, फर्जी दस्तावेज और गलत जानकारी देकर फर्जीवाड़ा करने का काम किया है। इस मामले को लेकर जीएसटी आयुक्त ने थाने में कांड संख्या 183/24 दर्ज कराया था। हालांकि अनुसंधान में राहुल जैन नामक व्यक्ति की पहचान नहीं हो पाई है।

दो भाइयों की गिरफ्तारी से राहुल जैन के विषय में जानकारी मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। बताया कि आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए स्थानीय पुलिस के सहयोग से दो दिनों से रेकी कर रहे थे। छापेमारी करने के लिए पुलिस पदाधिकारी मैथिली भाषा सीखकर आए थे। ताकि, ग्रामीण उन लोगों पर शक नहीं कर पाए। यही कारण था कि आरोपितों की खोज में पुलिस दो दिनों तक गांव में टिकी रही। इसके बावजूद, दो आरोपित पुलिस को चकमा दे भाग निकले। फर्जीवाड़ा करने वाले आरेापितों का गांव में अपनी ठाठ है। फर्जीवाड़ा के रुपये से आलीशान मकान भी बन रखा है। गांव के लोगों ने बताया कि चार करोड़ रुपये की राशि से तो सिर्फ मकान बनाया गया है।

 

 

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