Bihar: कैमूर इन दिनों कोरोना संक्रमण के नए वैरिएंट ओमिक्रोन का संक्रमण तेजी से प्रसारित हो रहा है. ओमीक्रोन की जांच को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड में है। जिला स्वास्थ्य समीति लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दे रही है और जिला प्रशासन द्वारा सघन रूप से मास्क चेकिंग अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है।
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ओमीक्रोन को लेकर राज्य स्वास्थ्य समीति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा निर्देश दिया है । जारी पत्र में बताया गया है कि आरटीपीसीआर जांच में संक्रमित पाए जाने वाले मरीज जिनका सीटी वैल्यू 25 या 25 से कम है वैसे लोगों का जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा। आरटीपीसीआर जांच में संक्रमित पाए जाने वाले मरीजों की संख्या का 5% सैंपल ओमीक्रोन की जांच के लिए भेजा जाए। जिससे ओमिक्रोन की पुष्टि की जा सकेगी।
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कोविड वायरस का पता लगाने के लिए सीटी काउंट बेहद होता है जरूरी, सीटी का अर्थ होता है “साइकिल थ्रेशहोल्ड” यह वायरस की मात्रा को जांचने का एक पैमाना है जो विशेषज्ञों द्वारा तय किया गया है। कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव या निगेटिव है यह सीटी काउंट के आधार पर ही तय होता है।
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कोविड वायरस से व्यक्ति संक्रमित है या नहीं इसके लिए सैंपल की सीटी वैल्यू चेक की जाती है। कोविड टेस्ट में सीटी वैल्यू दी जाती है। सीटी वैल्यू कोरोना वायरस के संक्रमण की जानकारी प्रदान करती है। इसी के जरिए मरीजों का पता चलता है। अगर मरीज की सीटी वैल्यू कम होती है तो मरीज की स्थिति बेहद गंभीर होती है। वहीं अगर सीटी वेल्यू थोड़ी ज्यादा होती है तो उसकी स्थिति को गंभीर नहीं माना जाता।