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इस दौरान सीएम ने शहीद के घर पहुंच 50 लाख का चेक जिसमें 21 लाख रुपए बिहार सरकार और 29 लाख रुपए मुख्यमंत्री राहत कोष से शहीद के परिजनों से भेंट की। शहीद के परिजनों ने सीएम नीतीश कुमार से छोटे बेटे को सरकारी नौकरी देने की मांग की, जबकि बेटी विभिन्न प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही है, उसके लिए आर्थिक रूप से मदद करने, शहीद इम्तियाज के नाम पर सड़क और अस्पताल बनाने की मांग की है।
हालांकि इन सभी मांगो को सुनने के बाद सीएम ने परिजनों को आश्वासन दिया कि यह सब पूरा किया जाएगा। सरकार आपके दुःख और सुख दोनों में साथ खड़ी है। वही सीएम के पहुंचने से पहले शहीद हुए जवान के घर वाली सड़क बनाई गई। हालांकि 08 वर्ष पहले यह सड़क बनी थी। लेकिन 03 वर्षों से सड़क की स्थिति काफ़ी दयनीय होने के कारण राहगीरों को मुसीबतों से लड़ना पड़ता था। शहीद के घर सीएम के आने की जानकारी सोमवार को देर रात्रि आधिकारिक पुष्टि हुई, तब जाकर गड्ढे में तब्दील सड़क को किसी तरह चलने लायक बनाया गया।