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प्रशासन का कहना है कि हादसे में 6 लोग घायल है जिसमें 3 महिला और 3 पुरुष शामिल है जिनका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है जबकि वहां मौजूद लोगों ने बताया कि इसमें 24 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं हादसा रात करीब 2 बजे हुआ लोगो अनुसार पहले मंदिर 12 बजे खुलता था इस बार 4 बजे खुलना था भीड़ और लोगों के हंगामे की वजह से मंदिर 2 बजे खोला गया एकदम से भीड़ बढ़ गई और अफरा-तफरी मच गई, आगे भी लोग थे और पीछे भी, निकलने का कोई रास्ता नहीं था लोग एक दूसरे को कुचलने लगे।
हादसे के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया जिसमें कई लोगों को चोटें आई हैं लोगों की माने तो पुलिस प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई थी पुलिस अगर लाठीचार्ज नहीं करती और लोगों को समझाती तो हालात इतने नहीं बिगड़ते घायलों के इलाज की भी कोई व्यवस्था नहीं थी लोग अपने अपनों को लेकर इधर उधर भाग रहे थे।
भगदड़ में मरने वाले युवक की पहचान उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के सुंदरपुर के रहने वाले दुर्गेश प्रसाद के पुत्र निकेश कुमार के रूप में की गई है वही महिला में जीरादेई थाना क्षेत्र के पधार गांव निवासी दिलीप बैठा के पत्नी सोहागमति देवी हुसैनगंज थाना क्षेत्र के प्रतापपुर गांव निवासी मुस्ताक चौधरी की पत्नी लीलावती देवी के रूप में की गई है।
वहीं हुसैनगंज थाना क्षेत्र के प्रतापपुर गांव निवासी दीनानाथ यादव की पत्नी अजोरिया देवी, थाना क्षेत्र के प्रतापपुर निवासी जनक देव भगत की पत्नी शिव कुमारी, दरौंदा थाना क्षेत्र के बगौरा निवासी प्रिया कुमार, सुनीता कुमारी के रूप में हुई है, घटना की सूचना मिलते ही सिसवन थाना पुलिस और चैनपुर महादेवा ओपी पुलिस ने मंदिर परिसर में सुरक्षा घेरा बना दिया और श्रद्धालु पर विशेष नजर रख रही है साथ ही धक्का-मुक्की करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी चेतावनी जारी किया गया है।