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सिकंदरपुर में किसानों ने रोका भारतमाला एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य, मुआवजा विवाद ने बढ़ाया तनाव

Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के सिकंदरपुर मौजा में गुरुवार की दोपहर भारतमाला परियोजना के तहत चल रहे एक्सप्रेस-वे निर्माण कार्य को किसानों ने रोक दिया। किसानों का आरोप है कि बिना मुआवजा दिए प्रशासन ने उनकी जमीन पर लगी फसल को जेसीबी से रौंद दिया, जिसके बाद गांव में आक्रोश फैल गया।

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किसानों ने जताया विरोध

जन स्वराज के कार्यकर्ता अनिल सिंह पटेल ने बताया कि प्रशासन एक्सप्रेस-वे निर्माण के नाम पर किसानों की उपज को नष्ट कर रहा है। विरोध करते हुए बड़ी संख्या में किसान मौके पर पहुंचे और कार्य को रुकवा दिया।
ग्राम सिकंदरपुर निवासी विभूति सिंह का सात बीघा तथा मंदिर से सटे दो बीघा यानी कुल नौ बीघा जमीन पर लगी फसल प्रशासन द्वारा बर्बाद किए जाने का आरोप है।

जन स्वराज के नेताओं का हस्तक्षेप

सूचना मिलते ही जन स्वराज के प्रदेश अध्यक्ष रामलखन सिंह डांगी, जिला किसान अध्यक्ष आनंद कुमार सिंह और विधानसभा प्रभारी राजेश गुप्ता मौके पर पहुंचे। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारी वहां से लौट गए और निर्माण कार्य फिलहाल रोक दिया गया।

प्रशासन का पक्ष

उधर, जिला प्रशासन ने 21 अगस्त को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा था कि भारतमाला एक्सप्रेस-वे के लिए अधिग्रहित भूमि पर अगर कोई बाधा उत्पन्न करेगा तो कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन का कहना है कि 3D अधिसूचना के बाद भूमि राज्य के स्वामित्व में आ जाती है और कई खाता-खेसरा का म्यूटेशन NHAI के पक्ष में किया जा चुका है। इसलिए अधिग्रहित भूमि पर जानबूझकर फसल लगाना या उसे आधार बनाकर निर्माण कार्य रोकना नियम विरुद्ध है।

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