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गांव के ही दो भाई सकलदीप और ओम लाख की मौत हो गई दोनों बेटों की मौत से बुढ़ापे में मां का सहारा छिन गया गांव में ही शराब बिकती है थाने में शिकायत करने पर बाद में पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती विश्वास महतो की बहू ने बताया कि गांव में पूजा हुई थी मेरे ससुर ने शराब पी थी इस गांव में काफी दिनों में शराब बिकती है पीड़ित परिवार ने कहा कि गांव में 3 अगस्त को पूजा होती कुछ लोगों ने जश्न मनाया और शराब पी, कुछ शराब नहीं पीना चाहते थे लेकिन जबरदस्ती उन्हें साथ पिलाई गई गांव में बहुत पहले से ही जहरीली शराब बेची जा रही थी।
जहरीली शराब की मौत से आक्रोशित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने छपरा-मुजफ्फरपुर NH-722 और सीवान-शीतलपुर SH-73 को जाम कर दिया, लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन शराब पीने से बीमार लोगों को इलाज में लापरवाही की जा रही है लोगों की देखभाल नहीं की जा रही है इससे मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है पुलिस प्रशासन इलाज के लिए ले गए लोगों से कैदी जैसा बर्ताव कर रही है।
छपरा सदर अस्पताल और पटना पीएमसीएच में इलाज के नाम पर सभी लोगों के साथ खानापूर्ति और घोर लापरवाही की जा रही है, परिजनों का कहना है कि गंभीर रूप से पीड़ित लोगों को निजी अस्पताल में इलाज के लिए नहीं जाने दिया जा रहा है जिससे उनकी मौत हो रही है आक्रोशित ग्रामीणों ने दोनों मुख्य सड़क को पूरी तरह से जाम कर दिया जिससे आवागमन बाधित हो गया सूचना पर मढ़ौरा डीएसपी इंद्रजीत बैठा पहुंचे लेकिन आक्रोशित महिलाएं मढ़ौरा डीएसपी के साथ धक्कामुक्की पर उतारू हो गई, दोनों तरफ से सड़क जाम होने के कारण वाहनों की लंबी लाइन लग गई, आक्रोशित लोगों की मांग है कि जहरीली शराब में संलिप्त कारोबारियों की जल्द गिरफ्तारी हो।