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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 64वें अधिवेशन के उद्घाटन सत्र में अंतरराष्ट्रीय पहलवान बबीता फोगाट पहुंची थी, जहां उन्होंने कहा कि प्रत्येक युवा को प्रभु श्रीराम के चरित्र से प्रेरणा लेनी चाहिए भारत की सनातन संस्कृति को मिटाने की कोशिश करने वाले खुद मिट गए लेकिन हम आदिकाल में भी थे और अंत तक रहेंगे, नारी शक्ति को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नारी में पूरी दुनिया को आकार देने की शक्ति है बस आपको अपनी शक्ति पहचानने की जरूरत है, मां बाप से आग्रह करती हूं कि आप अपनी बेटियों को परी या गुडिया नहीं शेरनी बुलाएं और बच्चों को डरना नहीं डर से लड़ना सिखाएं, बेटियों को धाकड़ बनाए।
छोटे बच्चों के बढ़ते मोबाइल की लत पर भी चिंता जताई और अभिभावकों से बच्चों को अपनी संस्कृति विरासत और संस्कारों से जोड़ने का निवेदन किया, इससे पहले दीप प्रज्वलित कर विद्यार्थी परिषद के प्रदेश अधिवेशन के विधिवत उद्घाटन किया गया, मंच संचालन विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. पूनम सिंह ने किया। इसके अलावा विशिष्ट अतिथि प्रो. मिलिंद मराठे, राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क शुक्ल,आईटीआई पटना के डायरेक्टर डा.टीएन सिंह,अधिवेशन के स्वागत अध्यक्ष डा.जगजीत पांडेय,डा. स्वागत मंत्री धर्मेन्द्र सिंह ने भी अपने विचारों को रखा। इस मौके अभाविप के क्षेत्रीय संगठन मंत्री निखिल रंजन, प्रान्त संगठन मंत्री डा. सुग्रीव कुमार, सह संगठन मंत्री धीरज कुमार समेत परिषद् के कई पदाधिकारी व गणमान्य लोग मौजूद थे।
वही अधिवेशन में शामिल होने को लेकर छात्राओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला छात्र मोबाइल से वीडियो बनाते नजर आए, भारत को स्वर्ण पदक दिलाने वाली महिला पहलवान बबीता फोगाट साथ सेल्फी लेने के लिए कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह दिखा।