Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम जगरिया में स्थित बिस्कोमान गोदाम पर सहायक प्रबंधक के रूप में कार्यरत सागर आनंद पांडे की हत्या का उद्भेदन भभुआ डीआईयू टीम एवं चैनपुर पुलिस के संयुक्त प्रयास से कर लिया गया है, मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस के द्वारा जेल भेज दिया गया, जबकि अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के द्वारा छापेमारी की जा रही है।
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इससे जुड़ी जानकारी देते हुए चैनपुर थानाध्यक्ष संजय कुमार पासी के द्वारा बताया गया मोबाइल लोकेशन के आधार पर की जा रही जांच पड़ताल में ग्राम मलिक सराय के निवासी राहुल सिंह उर्फ मधुकर सिंह पिता स्वर्गीय राघवेंद्र सिंह उर्फ मुन्ना सिंह को गिरफ्तार किया गया है, मामले में पूछताछ के दौरान कई अहम जानकारियां मिली हैं, उस आधार पर अन्य आरोपियों के गिरफ्तारी के लिए पुलिस के द्वारा छापेमारी की जा रही है मामले में दो से तीन लोगों की संलिप्तता सामने आई हैं।
पूछताछ के दौरान जो बात सामने आई है उसमें खाद वितरण को लेकर हत्या किए जाने का मामला सामने आया है 11जनवरी कि रात राहुल सिंह के द्वारा सागर आनंद पांडे को जबरन बिस्कोमान गोदाम से कहीं दूर ले जाकर खाद के लिए पर्चा कटवाया गया था, जिसमें उस रात 280 बैग का पर्चा सागर आनंद पांडे के द्वारा काटा गया, आरोपितों के द्वारा और पर्चा काटने के लिए दबाव बनाया जा रहा था।
जिस पर सागर आनंद पांडे तैयार नहीं हुए, उस मामले में विवाद उत्पन्न हुआ इसके बाद सागर आनंद पांडे के किराए के मकान पर सभी लोग पहुंचे, वहां तकरार बढ़ने पर हत्या की घटना को अंजाम दिया गया, जिसके बाद मौके पर से सभी लोग भाग निकले, हालांकि इस मामले में मुख्य आरोपी अभी पुलिस की पकड़ से दूर है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस के द्वारा प्रयास जारी है, मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के उपरांत कई और अहम जानकारियां मिलने की संभावना है।
आपको बता दें चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के ग्राम जगरिया में स्थित बिस्कोमान गोदाम पर सागर आनंद पांडे पिता सुजीत पांडे जोकि झारखंड धनबाद जिले के ग्राम कोयरी बांध, थाना झरिया के निवासी थे जो बिस्कोमान गोदाम पर सहायक प्रबंधक के रूप में कार्यरत थे, और जगरिया में एक किराए के मकान में रहते थे, 11 जनवरी की रात कुछ लोगों के द्वारा गला दबाकर हत्या करके छत पर स्थित रोशनदान में लगाए गए लोहे के जाली में विद्युतीय तार फंसा कर आत्महत्या दिखाने के प्रयास किए गए थे।
हालांकि वस्तु स्थिति देखकर पुलिस के द्वारा उसी समय आत्महत्या की बात का खंडन करते हुए हत्या की बात कही गई थी, इसके बाद मामले में अनुसंधान प्रारंभ हुआ, डीआईयू टीम के द्वारा मोबाइल लोकेशन के आधार पर छानबीन प्रारंभ की गई छानबीन के दौरान लगभग एक दर्जन के करीब संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया, लगभग 2 माह के समय बीतने के उपरांत पुलिस के द्वारा ठोस साक्ष्य के आधार पर ग्राम मलिक सराय के निवासी राहुल सिंह उर्फ मधुकर सिंह को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के द्वारा छापेमारी की जा रही है।