Tuesday, April 8, 2025
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साइबर अपराधियों ने एनीडेस्क और टीम व्युअर जैसे मोबाइल ऐप को बनाया नया हथियार

Bihar: ऑनलाइन ठगी करने वाले साइबर अपराधी लोगों को झांसा देकर रुपए ठगने का ट्रेंड बदल रहे हैं वह पुलिस और दूसरी जांच एजेंसी के लिए बड़ी चुनौती बनते जा रहे हैं इन अपराधियों ने एनीडेस्क(AnyDesk) और टीमव्यूअर(TeamViewer) जैसे मोबाइल ऐप को नया हथियार बनाया है।

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आपने रिवॉर्ड्स जीता है, इस नाम पर साइबर अपराधी लोगों के मोबाइल पर SMS भेज रहे हैं, रिवॉर्ड्स के रुपए लेने के लिए लोगों को ऐप डाउनलोड करने को कह रहे हैं, जिन लोगों को साइबर अपराधी अपना शिकार बना रहे हैं उनसे फोन पर एक से डेढ़ घंटे बात करते हैं ऐप डाउनलोड होते ही जिस व्यक्ति से बात की जा रही है उसके मोबाइल फोन को हैक कर लेते है मोबाइल से सारी डिटेल्स निकाल लेते हैं।

फिर बगैर ओटीपी आए लोगों के डेबिट और क्रेडिट कार्ड वाले अकाउंट से रुपयों की निकासी कर लेते हैं या कीमती सामानों की शॉपिंग कर लेते हैं, पिछले कुछ दिनों में बिहार में ऐप के जरिए लोगों से ठगी कई मामले सामने आए हैं जो अब पुलिस के साथ ही सीधे तौर पर आर्थिक अपराध शाखा के तहत साइबर सेल के पास पहुंच चुकी है, जिनकी जांच शुरू कर दी गई है साथ ही लोगों को साइबर अपराधियों का शिकार होने से बचाने के आर्थिक अपराध शाखा की टीम अलग-अलग तरीके से लोगों को जागरूक करने में जुटी है।

साइबर अपराधियों के इस नए ट्रेंड कि शिकार कई लोगों हुए है, इनमें 5 केस सामने आए हैं जिसमें एक हाउसवाइफ से लेकर रिटायर्ड सिविल सर्जन तक शामिल है, जिन्हें झांसा देकर उनके अकाउंट से हजारों लेकर लाखों रुपए तक निकाल लिया गया लेकिन बैंक तो छोड़िए पुलिस भी ठगी के शिकार लोगों की मदद सही तरीके से नहीं कर रही है अब यह सब भी आर्थिक अपराध शाखा के साइबर सेल के सहारे हैं।

हाउसवाइफ ममता कुमारी पटना के जक्कनपुर थाना के तहत बिग्रहपुर में रहती है, एक्सिस बैंक में अकाउंट है साइबर अपराधियों ने पहले इनके सेविंग अकाउंट के डेबिट कार्ड से 98 हजार रुपए निकाले, हाल ही में उनके पति ने जमीन बेची थी उसी के रुपए अकाउंट में थे, घटना 20 अप्रैल की है, इनके अनुसार एक मोबाइल नंबर से उनके मोबाइल पर एसएमएस आया था दोपहर 12:30 बजे के करीब मोबाइल नंबर से एक लड़की ने कॉल करके बात की उसने रिवॉर्ड्स के रुपए पाने के लिए पहले एप डाउनलोड करने फिर से सीनियर का कॉल आने पर उनसे बात कर डिटेल देने को कहा, कुछ देर बाद सीनियर का कॉल आया और उसने 1 घंटे से अधिक देर तक उससे बात की फिर एक ऐप डाउनलोड कराया और काफी कुछ पूछा इसके बाद बगैर OTP आये रुपए निकाल लिए गए।

ऐसा ही रोहतास जिले के चेनारी में एक रिटायर्ड सिविल सर्जन अकरम अली के साथ हुआ नवंबर 2021 में साइबर अपराधियों ने अकाउंट से 20.25 लाख रुपयों की निकासी की थी हालांकि इसमें से 10 लाख गलती से उनकी वाइफ के अकाउंट में आ गए जबकि 10 लाख से अधिक रुपए अब तक नहीं मिले, इन्हीं भी ऐप डाउनलोड करने के नाम पर ठगा गया था इस मामले में भी चेनारी थाने में केस दर्ज है।

इसी तरह है पटना में राजीव की रहने वाली शीतल आनंद के अकाउंट से 29 हजार, बोरिंग कैनाल रोड रहने वाले पटना यूनिवर्सिटी के रिटायर्ड प्रोफेसर उमेश मिश्रा के अकाउंट से 17 हजार और सुल्तानगंज की रहने वाली कलावती शर्मा के अकाउंट से 1 लाख  की निकासी की गई है इन सभी मामलों की जांच चल रही है।

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