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इससे पहले सांसद चिराग पासवान ने समाधान यात्रा पर सवाल खड़ा करते हुए इसे महज दिखावा बताया और कहा कि नागालैंड की तरह बिहार जदयू में भी जल्द ही भगदड़ मचने वाली है और कई नेता लोजपा के दामन थाम लेंगे, बिहार अपराध और समस्याओं के मकड़जाल में उलझा है उसके समाधान के मुख्यमंत्री का कोई ध्यान नहीं है, प्रदेश जातीय हिंसा में जल रहा है।
छपरा, आरा और मधुबनी की घटना में पीड़ित परिवार के समाधान मुख्यमंत्री क्यों नहीं करते, किसानों के समक्ष खाद और बीज के समस्या बनी रहती है, बेरोजगारी और पलायन बिहार के लिए कोढ़ बन चुका है, इसके बावजूद बिहार में विकास का दंभ भरते चल रहे हैं, वही उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर उन्होंने कहा कि राजद के साथ सरकार बनाने में कोई डील हुई है तो उसे मुख्यमंत्री को सार्वजानिक करना चाहिए डील के आधार पर बनी सरकार टिकाऊ नहीं होती।
इस मौके पर पार्टी के संसदीय बोर्ड अध्यक्ष हुलास पांडेय, प्रधान महासचिव संजय पासवान, जिलाध्यक्ष जीवन सिंह, तारापुर विधानसभा पूर्व प्रत्याशी चंदन सिंह, लोजपा आर के नेता सुभाष पासवान, राष्ट्रदीप सिंह, प्रदेश महासचिव रिंकू सिंह, संगीता पासवान, शिबू सिंह, गौतम पासवान, रितिक रोशन के अलावा दर्जन भर नेता कार्यकर्ता मौजूद थे, वही मुख्यमंत्री के आगमन से एक दिन पूर्व जमुई पहुंचकर सांसद चिराग पासवान ने राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है।