कैमूर (बिहार): चैनपुर प्रखंड क्षेत्र में महिलाओं में प्रसव के बाद होने वाले सर्वाइकल कैंसर से बचाव हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा 9 से 14 वर्ष की बालिकाओं को एचपीवी (Human Papilloma Virus) का टीका लगाया जा रहा है। शुक्रवार को अमांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में 55 छात्राओं को यह वैक्सीन दी गई।
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जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी आर.के. चौधरी ने बताया कि सर्वेक्षण में पाया गया कि प्रथम प्रसव के बाद अधिकतर महिलाओं की मौत बच्चेदानी के कैंसर, जिसे सर्वाइकल कैंसर कहा जाता है, के कारण होती है। इस गंभीर समस्या के समाधान हेतु राज्य सरकार ने एचपीवी वैक्सीन को टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल किया है। यह वैक्सीन महिलाओं में प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ाकर सर्वाइकल कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है। वैक्सीनेशन के दौरान अब तक किसी प्रकार के साइड इफेक्ट की सूचना नहीं मिली है, सभी बालिकाएं स्वस्थ हैं।
प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक अजय कुमार सिंह ने बताया कि एचपीवी टीकाकरण अभियान सभी विद्यालयों में चलाया जा रहा है। पहले छात्राओं को वैक्सीन व इसके फायदे के बारे में जानकारी दी जाती है, तत्पश्चात स्वेच्छा से तैयार बालिकाओं को टीका लगाया जाता है। अब तक प्रखंड क्षेत्र में 301 बालिकाओं को वैक्सीन दी जा चुकी है।
वैक्सीनेशन पूर्ण होने वाले विद्यालयों में +2 उच्च विद्यालय चिताढी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय संघारवीर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय कल्याणीपुर एवं कस्तूरबा आवासीय विद्यालय चैनपुर शामिल हैं। यह अभियान 11 जुलाई 2025 से शुरू हुआ है और निरंतर जारी है।
अभियान के दौरान एएनएम सुमन कुमारी सोनी, नेहा कुमारी और आरबी स्केटिंग आशुतोष कुमार मौजूद रहे। स्वास्थ्य विभाग ने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपनी बालिकाओं को एचपीवी वैक्सीन अवश्य लगवाएं, ताकि भविष्य में उन्हें सर्वाइकल कैंसर से बचाया जा सके।