Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर एवं भगवानपुर बॉर्डर के समीप भगवानपुर पुलिस के द्वारा सर्पदंश से पीड़ित युवक से रिश्वत वसूल और दो घंटे तक अपने साथ रोककर रखने के बाद इलाज के दौरान हुई मौत के इस शर्मनाक घटना को लेकर कैमूर एसपी के निर्देश पर होमगार्ड एवं चालक को बर्खास्त कर दिया गया है, इसके साथ ही दोनों पर भगवानपुर थाने में प्राथमिकी के लिए निर्देश दिया गया है।
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ज्ञात हो की 25 सितंबर की रात 10:00 बजे के करीब ग्राम निबीया टाड़ के निवासी राम लखन बिंद को सर्प ने डंस लिया था वह अपने खेत के बगल में स्थित पोखरे पर सोए हुए थे, जिसके बाद वह इलाज के लिए अपने घर वालों तक दौड़ते हुए जा रहे थे उस दौरान भगवानपुर पुलिस ने युवक को पकड़ लिया और 2 रुपए की मांग की, जबकि सर्पदंश पीड़ित युवक सर्प काटने की बात बताते हुए छोड़ देने की काफी गुहार लगाई बावजूद पैसे ना मिलने तक 2 घंटे तक युवक को रोक के रखा गया।
किसी तरह बड़े भाई के द्वारा 700 देकर राम लखन बिंद को पुलिस से छुड़ाते हुए इलाज के लिए भभुआ सदर अस्पताल ले जाया गया था जहां सुबह के पर संबंधित व्यक्ति की मौत हो गई उक्त जानकारी मृतक के बड़े भाई जोगिंदर बिंद के द्वारा दिया गया था, पूरा मामला प्रकाश में आने के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया, साथ ही लोगों के बीच तरह-तरह की चर्चाएं तेज हो गई, मामले में तत्काल संज्ञान लेते हुए कैमूर एसपी ललित मोहन शर्मा के द्वारा मामले की जांच भभुआ एसडीपीओ शिव शंकर कुमार को सौंपा गया जांच के क्रम में मामला सत्य पाया गया, वहीं दूसरी तरफ इस मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार के द्वारा भी संज्ञान ले लिया गया।
इस मामले में कैमूर एसपी के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया मामला प्रकाश में आते ही भभुआ एसडीपीओ के माध्यम से मामले में जांच कराई गई थी और तत्काल कार्रवाई करते हुए चालक कृष्ण कुमार पासवान को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया एवं होमगार्ड शोएव खान की बर्खास्तगी के लिए अनुशंसा कैमूर डीएम से की गई है।
वहीं इस मामले में कैमूर एसपी सावन कुमार के द्वारा बताया गया युवक की मां के बयान पर चैनपुर थाने में यूडी केस दर्ज हुई है उस आधार पर 4 लाख रुपए मुआवजे का भुगतान करने की कार्रवाई की जा रही है।
वहीं प्रशासनिक स्तर से हुई इस कार्रवाई के बाद लोगों के द्वारा संतोष जताया जा रहा है और, प्रशासनिक स्तर पर जो कार्रवाई हुई है, उसकी प्रशंसा की जा रही है, ताकि दोबारा इस तरह की अमानवीय हरकत किसी के द्वारा ना किया जा सके।