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उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार का हर कदम सबका साथ, सबका विकास की सोच पर आधारित है और योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव हर जरूरतमंद तक पहुँच रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में सुशासन की नींव नीतीश कुमार ने रखी है। सरकारी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों, सड़कों और दूसरे बुनियादी ढांचे के विस्तार को उन्होंने सरकार की बड़ी उपलब्धि बताया। उन्होंने जानकारी दी कि राज्य में 60 लाख परिवारों को पक्के घर मिले, जबकि साढ़े आठ करोड़ से अधिक लोगों तक अनाज वितरण सुनिश्चित किया गया। छठ पर्व के दौरान 12 हजार से अधिक ट्रेनों का संचालन, बिजली बिल माफी योजना और गरीबों के लिए सामाजिक सुरक्षा कदमों को भी उन्होंने सरकार की प्रमुख उपलब्धियों में गिना।
वही बहस के दौरान सत्ता और विपक्ष दोनों तरफ से नेताओं ने अपनी राय रखी। विजय सिन्हा, विजय चौधरी, सर्वजीत, अजय कुमार, संदीप सौरभ, राजू तिवारी सहित कई सदस्यों ने अभिभाषण पर अपने तर्क प्रस्तुत किए। विपक्ष ने योजनाओं के क्रियान्वयन पर सवाल उठाए, जबकि सत्तापक्ष ने सरकार की उपलब्धियों का मजबूती से बचाव किया। अंत में गृह मंत्री ने सदन से अभिभाषण को पारित करने की अपील की और कहा कि यह राज्य सरकार की प्रतिबद्धता और जमीनी कामों का सटीक प्रतिबिंब है।



