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दरअसल शनिवार की शाम 3 बजे आरोपित गणेश यादव अपने पुत्र दिलकश कुमार का आधार कार्ड बनवाने के नाम पर अपने साथ बाइक पर ले गया इसी बीच रात हो गई और करीब 11 बजे बेटे को बाइक पर बैठाकर बनैनिया पंचायत के सनपताहा गाँव की और ले गया वहीं कोसी नदी पर बने पुल से बेटे को पानी फेंक दिया, आरोपी के द्वारा अपने गुनाह कबूल करने के बाद पुलिस कोसी नदी में एनडीआरएफ और स्थानीय गोताखोरों के साथ पहुंची और बच्चे को ढूंढना शुरू किया मंगलवार की सुबह करीब 9 बजे थाना क्षेत्र के दिघिया के वार्ड संख्या-11 में नदी किनारे बच्चे का शव बरामद हुआ जिसके बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
थाना में दिए आवेदन के अनुसार शनिवार को पीड़ित महिला का पति गणेश यादव 7 साल के बेटे दिलखुश कुमार को लेकर आधार कार्ड बनाने के नाम पर साथ में बाइक से लेकर घर से निकला था, जिसके बाद रात 12 बजे आरोपी पति अकेले घर वापस आया, तो महिला ने बच्चे के बारे में पूछा जिस पर आरोपी ने बताया कि बच्चा अंदौली चौक पर लापता हो गया, लेकिन बच्चे की खोजबीन को लेकर आरोपी ने किसी प्रकार की पहल नही की, साथ ही इसकी जानकारी किसी पड़ोसी सहित संबंधियों को भी नहीं दिया, इसके बाद आरोपी के पिता भी 12 बजे रात में हीं घर छोड़कर भाग गया।
पुलिस ने मृतक की दादी को भी हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है वहीं मृतक की मां ने दिए गए आवेदन में बताया है कि इससे पूर्व भी उसके पति के द्वारा यह कहा जा रहा था कि उसका बेटा नहीं है इसलिए संदेह में आरोपी पति गणेश यादव, ससुर रामकिशुन यादव, सास दनिया देवी ने साजिश के तहत उनके बेटे को गायब कर दिया और उसकी हत्या कर फेंक दिया, महिला की शादी से पहले भी आरोपी की एक शादी हुई थी लेकिन आरोपी की पहली पत्नी पति की गलत आचरण के कारण छोड़ कर चली गई जबकि मुन्नी देवी बीते 10 साल से गणेश यादव के साथ रह रही हैं और उन्हें तीन बेटी और एक बेटा है, वही इस संबंध में किशनपुर थाना देव सुमन कुमार ने बताया कि इस संदर्भ में कांड अंकित कर आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।