Homeनुआंवशिक्षक द्वारा मारपीट से नाराज़ छात्रों ने बीआरसी पर काटा बवाल, विद्यालय...

शिक्षक द्वारा मारपीट से नाराज़ छात्रों ने बीआरसी पर काटा बवाल, विद्यालय से भगाने का शिक्षक पर लगाया आरोप

Angered by the assault by the teacher, the students created a ruckus on the BRC, accusing the teacher of escaping from the school

बच्चों के द्वारा बीआरसी में शिक्षक के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए
बच्चों के द्वारा बीआरसी में शिक्षक के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए

BIHAR: कैमूर जिले के नुआंव प्रखंड में शुक्रवार को सुबह ग्यारह बजे के करीब उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय पुरानी कोट सातो अवंती के छात्रों ने जमकर बवाल काटा। छात्रों ने विद्यालय के शिक्षक और प्रधानाध्यापक पर अवैध वसूली तथा मारपीट कर विद्यालय से भगाने का आरोप लगाते हुए , पंचायत के मुखिया पिंटू सिंह के साथ सभी छात्र नारेबाजी करते प्रखंड बीआरसी पहुंच गए, और मारपीट करने वाले शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करने लगे। हालांकि उस दौरान बीआरसी में बीईओ मौजूद नहीं थे, उनके स्थान पर मौके पर मौजूद बीआरसी बलिंदर सिंह को छात्र छात्राओं ने अपनी शिकायत का आवेदन दिया है।

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

छात्रों ने बताया कि इनलोगो से 300 रुपया प्रति छात्र विद्यालय विकास के नाम पर लिया जाता है, उस पैसे से एक प्राइवेट शिक्षक को पढ़ाने के लिए रखा गया है। जिस शिक्षक को रखा गया है उनमें योग्यता का अभाव है। हमलोगो के द्वारा कुछ भी पूछने पर कहते हैं कि मैं नहीं जानता जब इसकी शिकायत प्रधानाध्यापक अमर नाथ राय से करते है तो उनके द्वारा कहा जाता है कि जैसे पढ़ा रहे है और जो पढ़ा रहे हैं पढ़ो। यदि योग्य शिक्षक चाहिए तो प्रति छात्र 1000 रुपया देना होगा।

इन सब बातों की शिकायत करने पर विद्यालय के शारीरिक शिक्षक सत्येंद्र सिंह के द्वारा तरह तरह के बहाने बना कर बच्चों को मारा पीटा जाता है। आज भी यह लोग ने पठन पाठन संबंधी शिकायत प्राधाध्यापक से करने जा रहे थे तो विद्यालय के शारीरिक शिक्षक द्वारा छात्र और छात्राओं को पीटा गया और विद्यालय से बाहर निकाल दिया गया।

छात्रों ने आगे बताया कि यह लोग विद्यालय से निकलकर घर जा रहे थे तो रास्ते में पंचायत के मुखिया रंजित सिंह उर्फ पिंटू सिंह मिल गए और उन्होंने कारण पूछा तो इनलोगों ने सारी बातें बताई। जिसके बाद, सभी छात्रों को लेकर मुखिया विद्यालय में पहुंचे तो प्रधानाध्यापक और उक्त शारीरिक शिक्षक उनसे भी उलझ गए और प्रधानाध्यापक द्वारा कहा गया कि शारीरिक शिक्षक जो कर रहे है सब सही है। जिसके बाद यहलोग बीआरसी भवन पर पदाधिकारियों को स्थिति से अवगत कराने पहुंचे, जब तक ठोस करवाई का आश्वासन नहीं मिलता है तब तक यहलोग घर वापस नहीं जायेंगे।

इससे संबंधित जानकारी देते हुए मुखिया ने कहा कि बच्चों को घर वापस जाते देखा तो उनसे कारण पूछा, बच्चों की सारी बातों से अवगत होने के बाद विद्यालय पहुंचा तो प्रधानाध्यापक से पहले हीं उक्त शारीरिक शिक्षक ने कहा कि आप कौन होते हैं, इस मामले में हस्तक्षेप करने वाले। आप का न तो बच्चा पढ़ता है और न तो आपका कोई अधिकार है। आप यहां से जाइए। मेरे द्वारा प्रधानाध्यापक से संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि जो शारीरिक शिक्षक कह रहे है वही होगा आपको कोई अधिकार नहीं है, मुखिया द्वारा बताया गया कि यद्यपि आचार संहिता लागू है तथापि मैं पंचायत का अभी भी प्रथम नागरिक हूं और मेरा भी लोगों के प्रति दायित्व है, विद्यालय के प्रबंधन द्वारा छात्रों के साथ किया गया इस तरह का व्यवहार किसी भी तरह से न्यायोचित नही है।

वहीं इस मामले से संबंधित डीपीओ स्थापना दयाशंकर सिंह ने कहा कि छात्रों के आरोप पर गंभीरता पूर्वक विचार किया जायेगा, छात्रों से कहा गया है कि उनकी जो भी शिकायत हो लिखित रूप में दे दें , जांच में दोषी पाए जाने पर करवाई की जाएगी।
वहीं इस मामले में डीईओ सूर्यनारायण से बातचीत की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि चुनाव में ड्यूटी के दौरान आज शुक्रवार लोग व्यस्त हैं, बच्चों के द्वारा की गई लिखित शिकायत पर मामले की निष्पक्ष रूप से जांच करवाई जाएगी, दोषी पाए जाने पर संबंधित शिक्षक के ऊपर कार्रवाई होगी।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments