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दरअसल महिला शादी से पहले मुसलमान थी 50 वर्ष पहले राजेंद्र झासे प्रेम विवाह करने के बाद उसने हिंदू धर्म अपनाते हुए अपना नाम रेखा खातून से रेखा देवी रख लिया, शादी के बाद उसकी दो संतान हुई बेटा बबलू पांडेय ने हिंदू धर्म स्वीकार के जबकि उनकी बेटी ने नदमा खातून ने मुस्लिम धर्म मानने लगी, राजेंद्र झा से शादी से पहले रेखा को बेटा था जो मुस्लिम था मंगलवार को रेखा देवी के निधन के बाद बबलू पांडेय ने जहां हिंदू रीति रिवाज से दाह संस्कार करने की बात कही, वही पहले बेटे मु. महफिल और नगमा खातून मुस्लिम धर्म से दफनाना चाह रही थी, दोनों पक्षों में विवाद होने लगा और तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई मामला थाने पहुंचा जिसके बाद चानन थाना अध्यक्ष रूबीकांत कच्छप और इसके बाद लखीसराय एएसपी सैयद इमरान मसूद मौके पर पहुंचे।
जांच में पता चला कि शादी के बाद से ही महिला जानकीडीह गांव में रेखा देवी के नाम से रह रही थी मतदाता सूची सहित अन्य कागजात में भी उसका यही नाम है महिला के पुत्र बबलू पांडेय ने पुलिस को बताया कि उसकी बहन के नाम पहले तेतरी कुमारी था उसने मुस्लिम समुदाय से शादी कर ली और अपना नाम बदल लिया, एएसपी इमरान मसूद ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद शव को अंतिम संस्कार करने के लिए बबलू पांडे को अधिकृत कर दिया जिसके बाद शव का दाह संस्कार किया गया वही इस घटना की चर्चा पूरे इलाके में रही।