Villagers misbehaved with the police who went to the raid for the recovery of liquor, were beaten up hostage
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मुजफ्फरपुर में शराब बरामदगी की छापेमारी करने गई पुलिस को ग्रामीणों ने बनाया बंधक
घटना की सूचना के बाद थानेदार सरोज कुमार अतिरिक्त फोर्स लेकर गांव पहुंचे, जिसके बाद पुलिस को देखते ही ग्रामीणों ने अपने-अपने छत से पथराव शुरू कर दिया अचानक हुए इस हमले से पुलिस को पीछे हटना पड़ा इस दौरान पुलिस ने आत्मरक्षा में करीब 10 राउंड फायरिंग की तब जाकर भीड़ तीतर बीतर हुई और बंधक बनाए दरोगा को छुड़ाया गया।
इस दौरान पुलिस ने उपद्रवियों को खदेड़ खदेड़कर पिटा हालांकि पुलिस फायरिंग की पुष्टि नहीं कर रही है, इसमें एक दर्जन ग्रामीण भी घायल हुए हैं, वही घायल दरोगा और जवानों का इलाज अस्पताल में कराया जा रहा है जबकि घायल ग्रामीण छिपकर इलाज कर रहे हैं, पुलिस ने आधा दर्जन उपद्रवियों को हिरासत में भी लिया है।
दरअसल रविवार की देर रात करीब 1 बजे सकरा पुलिस गांव में एक घर पर छापेमारी करने पहुंची वहां सर्च अभियान चलाया गया लेकिन शराब बरामद नहीं हुआ, जिसके बाद पुलिस करवाई देखकर आसपास के काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई शराब नहीं मिलने पर लोग आक्रोशित होकर पुलिस से विवाद करने लगे, धीरे-धीरे मामला बढ़ता गया और ग्रामीणों ने मारपीट शुरू कर दी जिसमें एक महिला ने दबिया से तीन जवानों को काटकर जख्मी कर दिया, जबकि एक जवान को 25 टांके लगे हैं।
घटना के बाद से तीन पुलिसकर्मी लापता थे, बताया जा रहा है की अचानक पथराव के दौरान तीन पुलिसकर्मी भाग कर किसी से अपना जान बचा कर छुप गए थे, जिसे ग्रामीणों के द्वारा पकड़ कर दूसरे जगह कैद करके रखा गया था, उन तीनों पुलिस जवानों को भी ढूंढ लिया गया है।