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ससरकार को मजबूर होना पड़ेगा और गलतियों में सुधार करना पड़ेगा जो शिक्षक 20 साल से सेवा प्रदान कर रहे हैं, उनको सरकार बेरोजगार करना चाहती है उनकी छंटनी करना चाहती है, हम किसी कीमत पर आपको यह अधिकार नहीं देंगे, डराने-धमकाने, जेल भेजने, नौकरी से हटाने जैसे सारे हथकंडे सरकारें अपनाती रही हैं, मेरा 50 साल का अनुभव है मेरा कोई घमंड नहीं है बल्कि कहना है कि लोकतंत्र रहना चाहिए महात्मा गांधी की कर्मभूमि पर सत्याग्रह जिंदा रहना चाहिए। शांति के मार्ग पर चलने वाले शिक्षकों का दमन सरकार करेगी तो इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि हमारी अपील है कि संविधान के मौलिक अधिकार छीनने के आदेश को तत्काल प्रभाव से सरकार वापस ले अन्यथा यह उत्तेजना फैलाने वाला है शिक्षक बिना डर के अपनी हिफाजत के लिए, मौलिक अधिकार के लिए शांतिपूर्ण तरीके से धरना-प्रदर्शन करेंगे, वैकेंसी से उनको मतलब है जो नौकरी जाएंगे, हम शिक्षक को रोजगार प्राप्त है हम शिक्षक पात्रता पास हैं दक्षता भी उत्तीर्ण हैं इतने दिनों से सेवा कर रहे हैं हमारे लिए नहीं आनेवाला है विज्ञापन नई परीक्षा, नये पाठ्यक्रम का हम इसका विरोध करते हैं।