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इससे पहले करणी सेना ने स्थानीय लोग साथ मिलकर NH-30 आरा-मोहनिया मुख्य मार्ग को जाम कर दिया था जिसके बाद जिला प्रशासन के आश्वासन पर जाम को हटाया गया, वीर कुंवर सिंह की सात से अधिक पीढ़ी के वंशज जगदीशपुर नगर के वार्ड 18 वार्ड निवासी स्वर्गीय कुंवर विजय सिंह के तीसरे पुत्र रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह है, रोहित सिंह के खून के धब्बे किले के कई जगह पर देखे गए हैं, उनकी मां दुर्गा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष सह भाजपा नेत्री पुष्पा सिंह अपने बेटे की मौत पर न्याय मांग रही हैं जिला प्रशासन और बिहार सरकार से न्याय की गुहार लगा रही हैं।
पुष्पा सिंह ने कहा कि बेटे के हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर फांसी की सजा दी जाए मेरे बेटे को इंसाफ चाहिए और कुछ नहीं, उन्होंने कहा है कि वीर कुंवर सिंह किला प्रांगण में मेरे बेटे रोहित और प्रभु सिंह ने सीआईटी जवानों द्वारा किए जा रहे गलत कार्य को विरोध किया था जिसके बाद सोमवार को जवानों ने मारपीट कर उसे रेफरल अस्पताल के गेट के सामने फेंक दिया।
वही मृतक रोहित सिंह की बहन श्वेता ने कहा कि प्रशासन द्वारा हत्या की गई है कि भ्रष्टाचार को लेकर मेरा भाई अकेले आवाज उठाता था लेकिन गलत आरोपों में जेल भेज दिया गया, किले में शराब, गांजा, हीरोइन की तस्करी, भ्रष्टाचार के साथ वेश्यावृत्ति बंद नहीं की गई तो 23 अप्रैल को गृह मंत्री अमित शाह के मंच से पुलिस प्रशासन खिलाफ शिकायत करुँगी, पुलिस प्रशासन ने इस डर से मेरे भाई बबलू की हत्या करवा दी सरकार मेरे भाई की हत्या की निष्पक्ष जांच कर न्याय दिलाएं।
रोहित सिंह के मौत के बाद अलग-अलग पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का आने-जाने का सिलसिला जारी जहां जाप सुप्रीमो पप्पू यादव, पूर्व सांसद लवली आनंद, करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष रिंकू सिंह समेत कई नेता पहुंचे, पूर्व सांसद लवली आनंद ने कहा कि इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए वह कम है, 1857 कि महानायक के प्रपौत्र की हत्या कहीं ना कहीं जिला प्रशासन पर धब्बा है यह काला धब्बा सरकार जितना भी धोएगी फिर भी नहीं खत्म होगा, इस मामले कि हाईकोर्ट के जज की निगरानी में जांच कराया जाए, आज से बिहार और झारखंड में प्रतिकार मार्च निकालकर विरोध करेंगे।
रोहित सिंह की मौत को लेकर गांव के लोगों ने जमकर बवाल काटा मृतक के शव को 5 घंटे तक उठने नहीं दिया, इसके बाद ग्रामीणों और अधिकारियों के बीच नोकझोंक भी हुई परिजन सीएम को बुलाने की मांग कर रहे थे एसडीओ के आश्वासन पर करीब रात 9 बजे सदर अस्पताल लाया गया इसके बाद मेडिकल बोर्ड गठित कर शव का पोस्टमार्टम कराने की प्रक्रिया शुरू की गई, घटना के बारे में भोजपुर के एसपी विनय तिवारी ने कहा कि किला परिसर में रहने वाले सीआईटी के कॉन्स्टेबल पर परिवार के लोग मारपीट करने का आरोप लगा रहे हैं, जांच के लिए एसआईटी टीम गठित की गई है जो भी दोषी होगा उसके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी, इसके साथ ही इस मामले में स्थानीय पुलिस पदाधिकारियों की लापरवाही के बिंदु पर भी जांच होगी।